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MP Damoh कुदई की रोटी खाने से एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार

दमोह जिले के गैसाबाद क्षेत्र में विषाक्त भोजन करने के कारण एक ही परिवार के आधा दर्जन से अधिक लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए. जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है. सभी की हालत खतरे से बाहर है.

Seven people of same family victims of food poisoning
दमोह एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार

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Published : Feb 7, 2023, 11:46 AM IST

दमोह।जिले की गैसाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत संजय नगर गर्रेह में सोमवार रात्रि विषाक्त आटा से बनी रोटियां खाने के कारण एक ही परिवार के आधा दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए. बताया जाता है कि आदिवासी परिवार में शाम को भोजन बना तथा सभी लोगों ने खाया तो पहले उन्हें पेट दर्द और उल्टियां हुईं. उसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई. जिन्हें तत्काल ही अन्य ग्रामीणों एवं परिजनों की मदद से सिविल अस्पताल हटा में भर्ती कराया गया. वहां से उन्हें डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया.

दमोह एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार
दमोह एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार
दमोह एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार
दमोह एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार

आटा में गड़बड़ी की आशंका :जिला अस्पताल में पदस्थ ड्यूटी डॉक्टर गौरव मौर्य ने बताया कि जो भोजन परिजनों ने किया था, वह विषाक्त था. इसी के कारण सभी को फूड प्वाइजनिंग की शिकायत हुई है. यदि समय पर इनका उपचार नहीं होता तो किसी की जान भी जा सकती थी. वहीं परिजनों का कहना है कि रोज की तरह घर में भोजन पकाया गया तथा उसे सभी लोगों ने खाया. ऐसा प्रतीत होता है कि जो अनाज आटा बनाने के लिए पिसाया गया था, संभवतः उसमें कोई कीटनाशक दवा की टिकिया रह गई होगी और वह अनाज के साथ पिसकर आटा में मिल गई होगी. इसी कारण से यह फूड प्वाइजनिंग हुई है.

दमोह एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार

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सभी की हालत खतरे से बाहर :इस मामले की जांच में पुलिस जुटी है. डॉक्टर ने बताया कि जिन लोगों को भर्ती किया गया है, उनमें एक ही परिवार के 7 लोगों का इलाज जिला अस्पताल दमोह में जारी है. बीमार हुए लोगों में दुर्गेश तिजियां आदिवासी उम्र 12 वर्ष, गजेंद्र पुत्र हरिश्चंद्र आदिवासी उम्र 14 वर्ष, पूजा पुत्री हरिश्चंद्र उम्र 16 वर्ष, पचियां बाई पत्नी राममिलन आदिवासी उम्र 50 वर्ष, अमित पुत्र हरिश्चंद्र आदिवासी उम्र 11 वर्ष, रोशनी पुत्री तेजी लाल उम्र 16 वर्ष और सुनीता पत्नी तिजियां उम्र 40 वर्ष हैं. इनका इलाज जिला अस्पताल में जारी है. सभी की हालत में पहले से सुधार है.

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