दमोह। कांग्रेस प्रत्याशी से चुनाव हारने के बाद भाजपा के प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी ने हार का ठीकरा पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया और उनके परिवार पर फोड़ा है उन्होंने मलैया परिवार पर गंभीर आरोप लगाए और उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की मांग कर दी है.
दमोह विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी अजय टंडन से 17 हजार से अधिक मतों से करारी शिकस्त खाने वाले भाजपा के प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी ने अपनी हार का ठीकरा जयंत मलैया और उनके परिवार पर फोड़ दिया. राहुल ने चुनाव हारने के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि मलैया परिवार की रणनीति सफल हो गई और वह चुनाव हार गए. उन्होंने कहा कि जयंत मलैया 35 साल दमोह से विधायक रहे और अपना वार्ड भी नहीं जीता पाए और भी कई बड़े नेताओं के वार्डों में वह चुनाव हार गए. राहुल ने आरोप लगाया जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया को शहर का प्रभारी बनाया गया था. उसके बाद भी पूरे शहर में एक भी पोलिंग वह नहीं जीत पाए, इसके पीछे केवल मलैया परिवार की रणनीति थी वह चाहते ही नहीं थे कि मैं चुनाव जीत जाऊं.
- मलैया ने पार्टी से बेईमानी की
राहुल ने कहा कि जयंत मलैया कहते हैं कि पार्टी उनकी मां है और वह कभी अपनी मां से बेईमानी नहीं करेंगे. लेकिन इस चुनाव में बता दिया कि पार्टी के नेताओं ने और उन्होंने भीतर घात करके पार्टी से बेईमानी की है. यदि भीतर घात न हुआ होता तो वह चुनाव जीत जाते, एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि कांग्रेस के पास तो कार्यकर्ता ही नहीं थे फिर कांग्रेस कैसे जीत गई. राहुल ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के सामने जयंत मलैया ने कहा था कि राहुल यदि तुम चुनाव जीत गए तो बड़ा मलहरा जैसा तो नहीं करोगे. इस पर मैंने कहा था कि यह तो पोलिंग ही बताएगी कि किसको कितने वोट मिले हैं.