दमोह। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है, हर तरफ सन्नाट पसरा है. कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों को घर से निकलने की मनाही है, इंसान के साथ ही भगवान भी आजकल ताले के अंदर बंद हैं. लॉकडाउन के कारण मंदिर के कपाट बंद हैं, भक्तों को घर पर ही रहकर पूजा पाठ करने के लिए कहा गया है, भगवान ताले में बंद हैं, केवल पुजारी ही मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना करते हैं.
लॉकडाउन में मंदिरों में लॉक हैं भगवान, पसरा है सन्नाटा - भगवान पर कोरोना का असर
कोरोना वायरस के कहर से भगवान भी अछूते नहीं है, भगवान भी ताले में बंद हैं, लॉकडाउन 4.0 में थोड़ी छूट मिली है, लेकिन मंदिरों को खोलने की अनुमति नहीं मिली है. ऐसे में केवल पुजारी ही मंदिर में भगवान की पूजा कर रहे हैं.
दमोह के सबसे प्रसिद्ध जटाशंकर धाम में इन दिनों भक्त नजर नहीं आते, हर दिन सुबह से शाम तक हजारों भक्त जहां पहुंचते थे, विशेष अवसरों पर इनकी संख्या और भी बढ़ जाती थी, लेकिन त्योहार भी निकल गए, भक्त घरों से बाहर नहीं निकल सके और न ही भी मंदिरों में पहुंचकर भगवान का पूजा-अर्चना कर रहे हैं. यही कारण है कि मंदिरों में सन्नाटा पसरा है.
जब ईटीवी भारत ने जमीनी पड़ताल की तो पता चला कि यहां पर केवल पुजारी आकर भगवान की पूजा अर्चना करते हैं, लेकिन भक्त हैं कि इक्का-दुक्का ही नजर आ रहे हैं, वो भी अपनी सुविधानुसार मंदिर में पहुंचते हैं. हालांकि, मंदिर के अनुसार होने वाली विधि की जा रही है.