दमोह। बिजली कटौती का मामला अब सियासी रंग लेता नजर आ रहा है. पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया की अगुवाई में किये गए चक्काजाम के बाद उनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. मलैया के साथ- साथ इस मामले में पुलिस ने विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी, पीएल तंतुवाय सहित अन्य पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी आरोपी बनाया है.
पूर्व वित्त मंत्री पर दर्ज हुई एफआईआर पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया का कहना है, कि पहले भी कई सालों तक विपक्ष की भूमिका में रहे हैं. ऐसे में उस समय भी हम पर कई मामले दर्ज हुए थे. वित्त मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार पूरी तरह से विफल है. बिजली के मैनेजमेंट के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सरकार काम नहीं कर पा रही है.
कमलनाथ सरकार के मंत्रियों द्वारा खुद पर बोले गए हमले के जवाब में उन्होंने कहा कि वे कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन इस तरह की बयानबाजी करने से अच्छा है की सरकार अच्छे से काम करें ताकि जनता को परेशानी ना हो. यदि सरकार नहीं चला पा रहे तो कुर्सी छोड़ देनी चाहिए.
दमोह एसपी विवेक सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया की अगुवाई में विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी और विधायक पीएल तंतुवाय सहित अन्य पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम करते हुए प्रदर्शन किया था. पुलिस ने जबलपुर नाका चौकी में धारा 341 और147 के तहत मामला कायम किया है. जिसके तहत कार्रवाई की जा रही है.