दमोह।जिले के पर्यावरण प्रेमी परिवार ने पिता की मौत के बाद लकड़ी के स्थान पर गाय के गोबर के कंडे से पिता का अंतिम संस्कार किया. परिवार के सदस्य 14 साल से पौधे लगाने का काम करते आ रहे हैं. इसी के चलते इस परिवार ने कंडे से अंतिम संस्कार कर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया है.
दमोह में कंडे से अंतिम संस्कार
दमोह के फुटेरा वार्ड नंबर 2 में रहने वाले सेन परिवार द्वारा बीते 14 साल से पर्यावरण के प्रति अलख जगाई जा रही है. इस परिवार के दीपक सेन द्वारा कदम संस्था नामक पेड़ लगाने वाली एक विचारधारा से जुड़कर पर्यावरण के संरक्षण का काम किया जा रहा है.
इस संस्था के माध्यम से इन लोगों के द्वारा पेड़ों को लगाने और उन्हें नहीं काटने का संकल्प भी लिया गया है. ऐसे में मंगलवार को दीपक सेन के पिता का देहांत हो गया, तो दीपक सेन सहित उनके परिवार के सदस्यों ने अपने पिता के अंतिम संस्कार में अपने संकल्प के मुताबिक लकड़ी से अंतिम संस्कार नहीं करने का मन बनाया और परिजनों की सहमति से कंडे के माध्यम से अपने पिता का अंतिम संस्कार किया.
दमोह में यह पहला मामला होगा जब किसी के अंतिम संस्कार में केवल गोबर के कंडे का प्रयोग किया गया हो. इस परिवार के सहयोगियों द्वारा बड़ी मात्रा में कंडों का इंतजाम किया गया और दोपहर के बाद हुई अंत्येष्टि में पिता का अंतिम संस्कार कंडों से किया गया.