दमोह। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए जबलपुर से दिल्ली तक 900 किलोमीटर की यात्रा पर पिता हिमांशु कुमार और उनके बेटे हर्ष निकले हैं. ये पूरा सफर वे मैराथन के जरिए पूरा करेंगे. उनका मकसद लोगों को प्लास्टिक मुक्त भारत का संदेश देना है. मैराथन के जरिए वे प्रदूषण मुक्त भारत का भी संदेश देंगे.
प्लास्टिक मुक्त भारत के लिए पिता और बेटे की मैराथन, 900 किमी का सफर करेंगे तय
प्लास्टिक मुक्त भारत के संदेश के साथ जबलपुर से दिल्ली तक 900 किलोमीटर के सफर पर पिता और उनके बेटे हर्ष निकले हैं. ये दौड़कर ये सफर पूरा करेंगे. इस दौरान उनकी मैराथन दमोह पहुंची, जहां उनका स्वागत किया गया.
जबलपुर के रहने वाले हिमांशु कुमार और उनके बेटे हर्ष कुमार ने जबलपुर से दिल्ली के इंडिया गेट तक 900 किलोमीटर की यात्रा शुरू की है. यह यात्रा दमोह पहुंची, जहां पर केंद्रीय विद्यालय के स्टाफ द्वारा उनका स्वागत किया गया.
बता दें कि हर्ष कुमार केंद्रीय विद्यालय के छात्र हैं. पिता-पुत्र देश को प्रदूषण मुक्त बनाने, प्लास्टिक मुक्त बनाने, पानी बचाने के लिए संदेश देते हुए इस मैराथन को कर रहे हैं, जिसमें वे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड सहित अन्य रिकॉर्ड भी कायम करना चाहते हैं.