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प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंगल ध्‍वनि की प्रस्तुति देगा दमोह का बेटा, संतूर वादन से मोह लेगा सभी का दिल

Satendra Perform Santoor In Ayodhya: अयोध्या में रामलला के विराजमान होने के कुछ देर पहले एमपी के दमोह का बेटा संतूर वादन से मंगल ध्वनि की प्रस्तुति देगा. करोड़ों लोग इस प्रस्तुति के साक्षी बनेंगे.

Satendra Perform Santoor In Ayodhya
मंगल ध्‍वनि की प्रस्तुति देगा दमोह का बेटा

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 16, 2024, 10:47 PM IST

मंगल ध्‍वनि की प्रस्तुति देगा दमोह का बेटा

दमोह।500 सालों के लंबे इंतजार और लंबी लड़ाई के बाद अब जबकि अयोध्या में भगवान रामलला मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. ऐसे में हर कोई गिलहरी जैसा छोटा सा योगदान देना चाहता है. ऐसे में भला ऐसा कौन होगा जो इस बहती गंगा में हाथ धोना नहीं चाहता हो. 22 जनवरी को जब भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा गर्भ गृह में होगी, तो उस प्राण प्रतिष्ठा के ठीक 2 घंटे पहले संगीत का आयोजन भी होगा. उस आयोजन में दमोह जिले का एक होनहार युवक संतूर वादन से अपनी प्रस्तुति देकर सबका मन मोहेगा.

हटा के सत्येंद्र अयोध्या में देंगे प्रस्तुति

इसके साक्षी बनेंगे देश और विदेश के करोड़ों सनातनी. हम बात कर रहे हैं बुंदेलखंड की उपकाशी कहे जाने वाले हटा नगर में जन्मे सत्येंद्र सिंह सोलंकी की, जो रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के ठीक 2 घंटे पहले संतूर वादन से मंगल ध्वनि की प्रस्तुति देंगे. अयोध्‍या में आयोजन स्‍थल पर दो घंटा पूर्व श्री रामलला के समक्ष भारत के विभिन्‍न अंचलों और राज्‍यों से शामिल होने वाले कलाकार अपने पारंपरिक वाद्य यंत्रों से प्रस्‍तुति देगें. सतेन्‍द्र सिंह सोलंकी हटा डाइट में पदस्थ रहे संगीत शिक्षक अजय सोलंकी के पुत्र हैं. जो वर्तमान में भोपाल में निवासरत हैं, लेकिन उनका बाकी परिवार हटा में ही है. जो निरंतर संगीत साधना में लगा हुआ है.

दूरदर्शन और आकाशवाणी के कलाकार रहे हैं सतेंद्र

सतेन्‍द्र संगीत शिक्षा अपने पिता के साथ-साथ संगीतकार ओमप्रकाश चौरसिया और गुंदेचा बंधुओ के सानिध्‍य में ले रहे हैं. वे दूरदर्शन और आकाशवाणी के ए श्रेणी के कलाकार भी हैं. सत्येंद्र के पिता अजय सोलंकी ने ईटीवी भारत को बताया कि यह उनके और उनके पूरे परिवार के लिए बहुत ही गौरव और सौभाग्य का क्षण है की उनका बेटा रामलला के कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देगा. हर पिता यही चाहता है कि उसकी संतान उससे भी श्रेष्ठ बने. आज वह क्षण आ गया है. जब मेरा मस्तिष्क गर्व से ऊपर उठ गया है. अभी तक लोग पिता के नाम से बेटे को जानते थे, लेकिन अब बेटे के कारण एक पिता को पहचाना जाएगा.

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