Damoh News: कांग्रेस विधायक का आरोप- विधायकों के साथ भेदभाव और जनता से छल कर रहे मुख्यमंत्री
दमोह से कांग्रेस विधायक अजय टंडन ने मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि सरकार कांग्रेस विधायकों एवं मेडिकल कॉलेज मामले में जनता के साथ धोखा किया है.
कांग्रेस विधायक अजय टंडन
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Published : Feb 26, 2023, 6:06 PM IST
कांग्रेस विधायक अजय टंडन
दमोह। जिले से इकलौते कांग्रेस विधायक अजय टंडन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर कांग्रेस विधायकों एवं मेडिकल कॉलेज मामले में दमोह की जनता के साथ धोखा करने के आरोप लगाए हैं. टंडन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने दमोह की जनता के साथ धोखा किया है. 2020 में जब उपचुनाव होना था, उस समय उन्होंने दमोह में मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि पूजन किया था, जिसका आज तक कुछ भी अता-पता नहीं है.
प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो कांग्रेस करेगी जन आंदोलनःटंडन ने कहा, 'मैं दावे के साथ यह बात कह सकता हूं कि मेडिकल कॉलेज के नाम पर एक ईंट तक नहीं रखी गई है. यदि शीघ्र ही प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो कांग्रेस जन आंदोलन करेगी. सरकार को इस बात का जवाब देना ही होगा कि आखिर अब तक मेडिकल कॉलेज क्यों नहीं बनाया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो घोषणावीर हैं. झूठे वादे और जनता के साथ छलावा करना उनका काम है. वह यह करते ही रहते हैं. ऐसा ही उन्होंने दमोह की जनता के साथ भी किया है.'
भेदभाव करने के आरोपः कांग्रेस विधायक ने मध्य प्रदेश सरकार पर कांग्रेस विधायकों के साथ भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, 'दमोह को ही ले लीजिए. भाजपा विधायक, सांसद एवं बसपा विधायक को गौण खनिज गौण की राशि किसी को 60 लाख रुपये, किसी को 70 लाख रुपये, किसी को 80 लाख रुपये दी जाती है लेकिन मुझे पिछले वर्ष सिर्फ 19 लाख रुपये की राशि दी गई थी. दमोह के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के समक्ष मैंने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी.'
जरूरतमंदों के आवेदन खारिज कर रहे:टंडन ने कहा, 'इतना ही नहीं, जो गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और जिनका एस्टीमेट संलग्न रहता है, उसकी सिफारिश करने पर भी हमारे पत्रों को खारिज कर दिया जाता है. केवल एक लाइन का जवाब दिया जाता है कि आपका पत्र खारिज कर दिया गया है. उसका कारण भी नहीं बताया जाता है. मान लिया कि मैं विरोधी खेमे से विधायक हूं लेकिन जो गंभीर बीमारी से पीड़ित है उसका भी आवेदन रद्द कर दिया जाता है. यह तो सोचना चाहिए कि वह एक वोटर है.'