दमोह।बीजेपी में अंदर खाने चल रही गुटबाजी अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है. इसका एक उदाहरण दमोह में देखने को मिला. दरअसल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत दमोह आए थे. इस दौरान उनका स्वागत और अगवानी करने के लिए कोई भी बीजेपी नेता और कार्यकर्ता नहीं पहुंचा. मुख्य समारोह में भी परेड की सलामी लेने के बाद जब मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बोलने के लिए मंच पर पहुंचे, तब बीजेपी के जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी और उनके साथ आए कार्यकर्ता भाषण सुने बिना ही चले गए.
बीजेपी जिला अध्यक्ष ने किया प्रोटोकॉल का उल्लंघन
इस हरकत के बाद राजनीतिक हलकों में इसे कार्यक्रम के बहिष्कार के रूप में देखा जा रहा है, जबकि कार्यक्रम राष्ट्रीय पर्व का था. वहीं कार्यक्रम समाप्ति के बाद जब प्रभारी मंत्री से इसे लेकर सवाल किया गया तो वह कुछ भी कहने से बचते नजर आए, और चुपचाप कार में बैठकर रवाना हो गए. प्रोटोकॉल के हिसाब से बीजेपी जिला अध्यक्ष को पूरे कार्यक्रम के दौरान उनके साथ रहना था लेकिन वह साथ नहीं थे.
रातों-रात लगे पोस्टर
दूसरा प्रमुख मामला यह है कि प्रभारी मंत्री के दमोह आगमन के ठीक पहले रातों-रात शहर में बड़े-बड़े फ्लेक्स लगा दिए गए. जिसमें प्रभारी मंत्री का फोटो, 15 अगस्त और रक्षाबंधन की शुभकामनाएं लिखी गईं. लेकिन सबसे नीचे सौजन्य शब्द के आगे प्रतिपक्ष लिखा हुआ था. यह पोस्टर रातों-रात किसने लगाए और प्रतिपक्ष के क्या मायने हैं इस पर कोई कुछ भी कहने को तैयार नहीं है. वहीं बीजेपी की तरफ अभी तक मामले की शिकायत भी नहीं की गई है.