दमोह। धनतेरस के मौके पर दमोह के बाजार गुलजार नजर आए. वहीं व्यापारियों ने इस बार के बाजार को ठीक-ठाक ही कहा. हालांकि धनतेरस पर करोड़ों का व्यापार दमोह में हुआ. धनतेरस के मुहूर्त में सोना-चांदी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ वाहनों की खरीदी की ओर लोगों का रुझान देखा गया. लेकिन दमोह में कार बाजार बीते साल की तुलना में आधा ही नजर आया.
धनतेरस पर बाजारों में बढ़ी रौनक इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट रहा गुलजार
दमोह में धनतेरस के अवसर पर पूरे बाजार में भीड़-भाड़ का नजारा देखने मिला. इलेक्ट्रॉनिक दुकानों पर लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जमकर खरीदारी की. इलेक्ट्रॉनिक्स के दुकानदार की माने तो इस बार उनका धंधा पहले तो मंदी के दौर से गुजरा. लेकिन पुष्य नक्षत्र से लेकर धनतेरस तक अच्छा व्यापार रहा.
सराफा मार्केट की चमक बरकरार
धनतेरस पर विशेष रूप से लोग सोने एवं चांदी की खरीदारी करते हैं. सोने एवं चांदी का व्यापार करने वाले व्यापारी कहते हैं कि नोटबंदी के बाद व्यापार में मंदी आ गई है. लेकिन लोग आज भी सोने एवं चांदी की खरीदारी में विश्वास रखते हैं, क्योंकि नोटबंदी के दौरान सोना एवं चांदी ही उनके पास पुख्ता धन के रूप में लोगों की मानसिकता में आ गया है. ऐसे हालात में लोग सोने-चांदी की खरीदारी कर अपने धन को सुरक्षित करते हैं. सराफा व्यापारियों के मुताबिक पिछले वर्षों की तुलना में सोने-चांदी का व्यापार ठीक-ठाक ही नजर आया.
कार बाजार पर मंदी की मार
इस बार विशेष रूप से कार बाजार पर मंदी का असर देखा गया था, ऐसे हालात में दमोह का कार बाजार इससे जूझता नजर आया. दमोह के कार बाजार का व्यापार इस साल धनतेरस के दौरान आधा ही रहा. कार बेचने वाले बताते हैं कि बीते साल की तुलना में इस साल का कार बाजार आधा ही रह गया है. बीते साल की तुलना में आधे लोगों ने ही कार की खरीदारी की है.
दमोह के बाजार में धनतेरस के दौरान लोगों ने करोड़ों की खरीदारी की. इसके बावजूद भी बीते वर्ष की तुलना में इस साल कई कारणों से बाजार मंदी की मार झेलते नजर आया. ज्यादा बारिश होने से किसानों के पास पैसों की कमी साथ ही मंदी का दौर एवं शासकीय कर्मचारियों को समय से वेतन न मिलने के कारण भी धनतेरस पर इसका असर देखने को मिला.