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Damoh Controversial Statement: दमोह से Congress प्रत्याशी अजय टंडन के विवादास्पद बयान पर AAP प्रत्याशी चाहत पांडे ने दी कड़ी नसीहत

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 2, 2023, 4:20 PM IST

दमोह से कांग्रेस विधायक और प्रत्याशी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें वह ट्रोल हो रहे हैं. समूचे प्रदेश सहित अब दमोह में भी चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. ताजा मामला दमोह विधानसभा सीट का है. दमोह विधायक अजय टंडन का एक वीडियो सामने आने के बाद वह ट्रोलर्स के निशाने पर हैं. आप प्रत्याशी चाहत पांडे ने भी अजय टंडन को नसीहत दी है. Damoh Controversial Statement

Damoh Controversial Statement
दमोह कांग्रेस विधायक और प्रत्याशी का एक वीडियो जमकर वायरल

दमोह कांग्रेस विधायक और प्रत्याशी का एक वीडियो जमकर वायरल

दमोह।हाल ही में कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन से जब मीडिया ने पूछा कि आम आदमी पार्टी ने चाहत पांडे मैदान में उतारा है. इस पर टंडन ने जो जवाब दिया वही लोगों की जुबां पर है. अजय टंडन ने कहा था कि वह टीवी स्टार हैं. दमोह दमदारों का शहर है यदि उन्हें शहर की किसी कुलिया में घुसेड़ देंगे न तो बाहर निकलते नहीं बनेगा, मतलब रास्ता खोजना पड़ेगा कि रास्ता कहां है. दमोह भूलभुलैया है. यहां टीवी स्टारों की जरूरत नहीं है. यहां काम करने वालों की जरूरत है.

चाहत पांडे ने दिया कड़ा जवाब :टंडन का यह वीडियो सामने आने के बाद चाहत पांडे ने कहा कि टंडन जी ने मेरा नहीं सारी नारी शक्ति का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि दमोह दमदारों का शहर है तो आप बताइए क्या सिर्फ लड़के ही दमदार होते हैं या मर्द ही दमदार होते हैं ? क्या लड़कियां कमजोर होती हैं ? लड़कियां कमजोरी की निशानी है. उन्होंने एक बात और कही की अगर किसी गली में घुसा देंगे तो वह बाहर नहीं निकाल पाएंगी तो आप बताइए कि जिस लड़की ने 18 साल की उम्र में महानगर, मुंबई जैसे महानगर के रास्तों का पता लगा लिया और 18 साल की उम्र में उन रास्तों पर चलकर आज इतना नाम कमा लिया कि जब भी मैं गली-गली जाती हूं, वहां लोग मुझे मेरे किरदार से जानते हैं. जिस गली में गुजरने की वह बात कर रहे थे, उन गलियों में मुझे मेरे किरदार के नाम से पहचाना जाता है.

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अहंकार से भरा बयान :चाहत पांडे ने कहा कि मुझे अपना नाम बताने की जरूरत नहीं पड़ती. दमोह की गलियों में कि मैं कौन हूं, लोग मुझे मेरे किरदार से, मेरे नाम से, मेरे काम से पहचानते हैं. उन्हें बोलने के पहले थोड़ा सोचना चाहिए कि वह क्या बोल रहे हैं. आप दमोह की गलियों में घुसेड देने की बात कर रहे हैं, जबकि दमोह मेरी जन्मभूमि है, मेरी परवरिश हुई है. मैं यहां पर खेली हूं, टंडन जी आप बोलने से पहले जरा सोच समझकर बोलें. लड़की को इतना कमजोर मत समझें. आपने सिर्फ मेरी इंसल्ट नहीं की, आपने ताल ठोक के बोला है. आपने मेरे बारे में जो कहा उससे आपका अहंकार पता चल रहा है.

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