दमोह। जिले के चर्चित कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड मामले में अब एक नया मोड़ सामने आया है. इस हत्याकांड में विधायक रामबाई सिंह के पति और देवर के अलावा बीजेपी नेता और जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल के बेटे इंद्रजीत पटेल को भी आरोपी बनाया गया है. मामले में बीजेपी नेता अपने बेटे के बचाव में उतरे हैं, उन्होंने कहा है कि उनके बेटे को फंसाया जा रहा है.
देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड मामला: बीजेपी नेता ने खुद के साथ-साथ आरोपी बेटे की जान को बताया खतरा - Madhya Pradesh
दमोह के चर्चित कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड मामले में अब एक नया मोड़ सामने आया है. मामले में बीजेपी नेता शिवचरण पटेल अपने बेटे इंद्रजीत पटेल के बचाव में उतरे हैं. उन्होंने कहा है कि उनके बेटे को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है.
इसके साथ ही उन्होंने एक और बयान देकर मामले को नया मोड़ दे दिया है. उनका कहना है कि उन्हें और उनके बेटे को जान का खतरा भी है. दरअसल, शिवचरण पटेल वही शख्स है जिनके खिलाफ मृतक कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के पीछे इसी अविश्वास प्रस्ताव की रंजिश होना बताया जा रहा है. जहां एक और लगातार बसपा की दबंग विधायक राम बाई सिंह मीडिया के सामने आकर बयान देती रही है, तो वहीं पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल ने मीडिया के सामने आकर गंभीर आरोप लगाए हैं.
शिवचरण पटेल का कहना है कि वे इस हत्याकांड की निंदा तो करते हैं, लेकिन उनके बेटे का नाम राजनीतिक रंजिश के तहत हत्या से जोड़ा गया है. इसके अलावा उनके बेटे और उनको भी जान का खतरा है. इसको लेकर उन्होंने एसपी कार्यालय में सुरक्षा प्रदान करने के लिए आवेदन भी दिया है. हत्याकांड के पहले उसी दिन उनकी बेटे इंद्रजीत पटेल से बात हुई थी, लेकिन उसके बाद से जहां उनका बेटा गायब है, वहीं उसका कोई सुराग भी नहीं मिल रहा है. जिला पंचायत अध्यक्ष का दावा है कि उनके बेटे के साथ भी कोई अनहोनी हो सकती है, उसकी जान को भी खतरा है. उन्होंने राजनीतिक द्वेष के चलते इस घटना में जबरन उनके बेटे का नाम घसीटने की बात कही है.