दमोह।हटा विधानसभा क्षेत्र में विधायक निधि का उपयोग निजी स्वार्थ के लिए किया जा रहा है. यहां जरूरतमंदों के इलाज और शिक्षा के लिए नहीं बल्कि विधायक अपने करीबियों और पार्टी के पदाधिकारियों को लाभ पहुंचाने के लिए निधि का उपयोग कर रहे हैं. हद तो तब हो गई जब 65 साल के वृद्ध को शिक्षा ने नाम पर राशि निकालकर बांट दी गई. इस घोटाले का खुलासा सूचना के अधिकार (RTI) के तहत हुआ है. जिसके बारे में जानकारी जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय से जारी की गई है.
करोड़पतियों को दी गई विधायक निधि से राशि
जैसे हीजिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय सूची जारी की गई, कई हैरतअंगेज खुलासे हुए. सुरक्षित सीट हटा विधायक पीएल तंतुवाय ने विधायक निधि से स्थानीय गरीब परिवारों की मदद करने के बजाय अपने चचरे भाई, भतीजे, भांजे और रिश्तेदारों को इलाज और शिक्षा के नाम पर हजारों रुपए के चेक बांट दिए हैं. यह सिलसिला यहीं तक नहीं थमा. हद तो तब हो गई जब विधायक ने हटा नगर मंडल अध्यक्ष मनीष पलया और उनके भाई रजनीश पलया के साथ-साथ अपने पीए सुरेश पटेल के रिश्तेदारों को भी विधायक निधि से हजारों रुपए के चेक काटकर दे दिए. इस लिस्ट में विधायक का ड्राइवर भी शामिल है.
बीजेपी नगर मंडल अध्यक्ष-पूर्व अध्यक्ष भी शामिल
इस लिस्ट में बीजेपी नगर मंडल अध्यक्ष मनीष पलया भी शामिल हैं, जिन्हें पांच हजार रुपए क चेक दिया गया है. जबकि पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष बलराम साहू को 4 हजार रुपए शिक्षा के नाम पर दिए गए हैं. इसके अलावा उनके सेल्समैन बेटे धर्मेंद्र साहू को भी इलाज के नाम पर 4 हजार रुपए दिए गए हैं. इस लिस्ट ने निधि के दुरूपयोग की पोल खोल कर रख दी है.
नहीं सुनाई दी रही असहायों की गुहार
हटा विधानसभा क्षेत्र में कई परिवारों के हाल बीमारी ने बदहाली में तब्दील कर दिए है. कई लोग गंभीर बीमारी की चपेट में हैं. कई ऐसे परिवा हैं, जिनके मुखिया अपने बच्चों की परवरिश तो छोड़िए इलाज के लिए भी पाई-पाई के लिए मोहताज हैं. ज्यादातर परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करते हैं, लेकिन हटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक और सरकार की ओर से अब तक इन्हें कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है. जबकि कई बार ग्रामीण प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर विधायक से गुहार लगा चुके हैं.