दमोह। 2 मई को होने वाली मतगणना से पहले कोरोना टेस्ट होगा. उसके बाद ही लोगों को मतगणना स्थल पर प्रवेश दिया जाएगा. कोरोना महामारी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने नियम सख्त कर दिए हैं. दमोह में लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव केसों को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने 2 मई को होने वाली दमोह उपचुनाव मतगणना के लिए नियम सख्त कर दिए हैं. निर्वाचन आयोग ने मतगणना में जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए कोरोना की जांच और नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है. जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है उन्हें मतगणना स्थल में प्रवेश से पहले अपना वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र दिखाना होगा. कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी तरुण राठी ने निर्देश दिए हैं कि सभी मीडिया कर्मियों का एंटीजन टेस्ट 1 मई को सुबह 11:00 बजे से मतगणना स्थल पॉलिटेक्निक कॉलेज में किया जाएगा. इसी तरह मतगणना अभी कर्ताओं का भी एंटीजेन टेस्ट किया जाएगा. जिन लोगों का टेस्ट नहीं हो पाएगा, उन्हें मतगणना शुरू होने के कुछ समय पूर्व ही तुरंत अपना टेस्ट कराना होगा. मतगणना स्थल पर केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश मिलेगास जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव होगी.
मोबाइल, आई पॉड नहीं जाएंगे अंदर
मीडिया कर्मियों के साथ ही सभी प्रत्याशियों, मतगणना अधिकारियों, मतगणना अभिकर्ताओं को अपने मोबाइल फोन, आईपॉड और अन्य सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मतगणना स्थल के बाहर ही छोड़ना पड़ेंगे. कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट मतगणना स्थल पर नहीं ले जा सकेगा.
26 राउंड में होगी गिनती
दमोह उपचुनाव में कुल 22 प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें से एक शिवसेना प्रत्याशी राज पाठक 8 अप्रैल को बांसा में मुख्यमंत्री की सभा में भाजपा में शामिल हो चुके थे. हालांकि वोटिंग सभी 22 प्रत्याशियों के लिए हुई थी. मतगणना दो कमरों में सात-सात टेबल पर की जाएगी. एक बार में 14 पोलिंग स्टेशन की गिनती होगी. कुल 26 राउंड गिनती होना है. आखिरी राउंड में कुल 9 पोलिंग की गिनती होगी. एक कक्ष में 7 और दूसरे कक्ष में दो मशीनों की वोटों की गिनती की जाएगी. सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना की जाएगी, उसके बाद मशीनों से मतों की गिनती होगी.
'15 महीने की सरकार में एक सीएम नहीं था'
दमोह में जनसभा को संबोधित करते हुए सिंधिया, कांग्रेस पर जमकर बरसे थे. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि 15 महीने की कांग्रेस की सरकार में सिर्फ एक मुख्यमंत्री नहीं था, बल्कि जोड़ी नंबर वन थी. इस जोड़ी नंबर वन ने 15 महीनों में मध्य प्रदेश को लूट प्रदेश बना दिया और अब दमोह में आकर सौदेबाजी की बात करते हैं. 2018 में ये जोड़ी नंबर वन आपके सामने आई थी तो कहा था कि हर किसान का 2 लाख तक का कर्जा माफ कर देंगे, ये बात तो मुझसे भी कहलवाई गई थी. कांग्रेस के बड़े नेता आकर कहते थे 1 साल नहीं, एक महीना नहीं, 10 दिन में कर्जा माफ करेंगे नहीं तो मुख्यमंत्री को बदल देंगे.
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