छिंदवाड़ा। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए विश्व बैंक मध्यप्रदेश में निवेश करेगी. जिसके लिए विश्व बैंक 50 करोड़ से ज्यादा के आधुनिक उपकरण देगी. मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले सहित इंदौर और धार में पायलट प्रोजेक्ट शुरु किया गया है. जिसके तहत विश्व बैंक की एक टीम ने छिंदवाड़ा में निरीक्षण किया. जिसमें लोगों को सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए जागरुक किया जा रहा है.
विश्व बैंक की टीम निरीक्षण करने छिंदवाड़ा पहुंची पायलेट प्रोजेक्ट की शुरुआत
बीमारियों की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में काफी लोगों की मौत हुई है. ऐसे में लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए विश्व बैंक सड़क सुरक्षा में सामुदायिक सहभागिता कार्ययोजना के पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां कर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने का काम करेगी. जिले में भी सड़क सुरक्षा को लेकर कई गतिविधियां की जा रही हैं, जिनमें स्कूलों में जाकर कार्यशालाएं आयोजित करना, हेमलेट बैंक के साथ ब्लेक स्पॉट का चिन्हांकन कर स्टॉपेज ब्रेकर बनवाना शामिल हैं. जिले में 29 ऐसी जगह चिन्हित हैं, जहां दुर्घटना की संभावना ज्यादा होती है. विश्व बैंक की टीम भी विश्व बैंक द्वारा निर्धारित गाईड लाईन के आधार पर जिले में कार्य कर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए शीघ्र ही काम शुरू करेगी.
विश्व बैंक स्थानीय स्तर पर करेगी काम
उल्लेखनीय है कि विश्व बैंक की टीम मध्यप्रदेश के धार, इंदौर और छिंदवाड़ा में सड़क सुरक्षा को लेकर लगभग 50 करोड़ रूपए की लागत से ऐसे संसाधन विकसित करेंगी जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सके. इनमें स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने, दुर्घटना स्थल से घायल को तत्काल चिकित्सा केन्द्र पहुंचाने, सड़क यात्रियों को सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूक करना, हेलमेट के उपयोग को प्रोत्साहित करना, साइनेज के प्रति जागरूक करना और प्रशिक्षण व कार्यशालाएं आयोजित कराना शामिल है. विश्व बैंक की यह टीम सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए स्थानीय स्तर पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, यातायात अधिकारियों सहित अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेगी.
बता दें छिंदवाड़ा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 418 किलोमीटर, राज्यमार्ग की लंबाई 367 किलोमीटर, मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड (एमडीआर) की लंबाई 495 किलोमीटर, प्रधानमंत्री सड़कों की लंबाई 3859 किलोमीटर और अन्य सड़कों की लंबाई लगभग 500 किलोमीटर है. इन सड़कों में 3 लाख 62 हजार 166 वाहन चलते है. जिसमें रजिस्टर्ड दो पहिया वाहनों की संख्या 3 लाख 8 हजार 980 और रजिस्टर्ड मोटर कारों की संख्या 18 हजार 617 है. वहीं हर साल करीब 43 हजार वाहन जिले में बढ़ते हैं.