छिंदवाड़ा। राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत आज से दवाई पिलाने का काम शुरू किया गया है. वहीं जिला अस्पताल में लापरवाही का ऐसा आलम था कि एक-दो दिन के बच्चे जिन्हें पल्स पोलियो की दवाई पिलाना था, उन्हें सुबह 9 बजे से जमीन पर ही बिठा दिया गया, वहीं ना तो दरी की व्यवस्था थी, ना कुर्सियों की. वहीं सुबह 10 का टाइम दवाई पिलाने के लिए रखा गया था.
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के दौरान लापरवाही का आलम
जिला अस्पताल में सुबह 10 बजे से राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत दवाई पिलाने का काम शुरू किया जाना था, वहीं अस्पताल में भर्ती महिलाओं के छोटे नवजात बच्चों को दवाई पिलाने के लिए 9 बजे से ही बुलाकर जमीन पर बैठा हुआ दिया गया. वहीं ना तो उनके बैठने के लिए कोई उचित व्यवस्था थी, नहीं कोई इंतजाम, वहां सभी परिजन अपने बच्चों के लेकर जमीन पर बैठे हुए थे.
जमीन पर बैठकर इंतजार करती रही महिलाएं पल्स पोलियो अभियान में अव्यवस्था ईटीवी भारत ने जब छोटे बच्चों की माताओं और परिजनों से बात की तो उन्होंने बताया कि वहां लगभग एक घंटे से नीचे बैठी हुई हैं, ना तो यहां दरी की व्यवस्था है ना ही कुर्सियों की. कुछ कुर्सियां थी उस पर कर्मचारी लोग बैठे हुए हैं. वहीं जब अधिकारी से ईटीवी भारत ने बात की तब उन्होंने कहा कि इन लोगों के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है पर वहां ऐसी कोई व्यवस्था वास्तविकता में नहीं थी.
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान इस पर सीएमएचओ सुशील राठी ने कहा कि दवाई पिलाने आए लोगों के लिए व्यवस्था की गई है, कुर्सियों की व्यवस्था रखी गई है. वहीं वास्तविकता इसके उलट थी, ऐसी कोई व्यवस्था उनके लिए नहीं थी नवजात बच्चे को लेकर दवाई पिलाने आए लोग घंटों जमीन पर बैठकर इंतजार करते रहे.