छिंदवाड़ा। मोहखेड़ के भुताई सोसायटी में पंजीयन होने के बाद भी बारदानों के अभाव में गेहूं नहीं खरीदा जा सका. तारीख निकलने के बाद किसान दरबदर भटकने को मजबूर हो रहे हैं. लगभग 16 उपार्जन केंद्रों पर 75 से अधिक किसानों का गेहूं नहीं बिका हैं.
बारदानों के अभाव में नहीं खरीदा गया गेहूं
किसान नरेश ने बताया कि उसने गेहूं का पंजीयन कराया था. उसे मोबाइल पर एसएमएस भी आया था. जब वह भुताई सोसायटी पहुंचा, तो बारदाने खत्म हो गए थे. सोसायटी प्रबंधक ने कहा कि बारदाने जैसे ही आ जायेंगे, वैसे ही फोन कर बुला लिया जाएगा, लेकिन उनका कोई मैसेज या फोन नहीं आया.
जब किसान ने सोसायटी में जाकर पता किया, तो उसे बताया गया कि खरीदी बंद हो चुकी हैं. इसके बाद किसान अपना गेहूं लेकर घर वापस चला गया.