छिंदवाड़ा।जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कृषि शाखा में मैनेजर और कंप्यूटर ऑपरेटर ने मिलकर करीब दो करोड़ रुपए का गबन किया है. इस मामले में फिलहाल दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जानिए बैंक प्रबंधक ने कैसे वारदात को अंजाम दिया.
अपरिचालित खाता को किया गया उपयोग
कंप्यूटर ऑपरेटर कृष्ण कुमार साहू ने 30 मार्च 2018 को सेवा सहकारी समिति मर्यादित कुंडलीकला के खाता से 11 लाख 98 हजार रुपए नाम कर कृषि शाखा छिन्दवाड़ा में बचत खाता, जो डीएक्टिव खाता था उसमें जमा कर दिया गया. फग्गू गोंड की अनुमति के बगैर ही उसके बचत खाते से 13 अप्रैल 2018 को 310000 ऋषि इलाहाबाद बैंक के खाता में एनईएफटी कर दिया गया. इसी तरह गोलमाल करने के लिए आरोपी ने कुल 12 बैंक खातों का इस्तेमाल किया है.
दो करोड़ के गबन मामले में दो करोड़ के गबन पुलिस को बैंक ने सौंपे दस्तावेज
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बैंक ने पुलिस को सारे दस्तावेज सौंप दिए हैं. इसमें आरोपियों को नामजद जानकारी दी गई है. जिसमें गबन करने वाले और कंप्यूटर ऑपरेटर कृष्ण कुमार साहू, शाखा प्रबंधक संदीप सूर्यवंशी, फूल सिंह चौरे रिटायर शाखा प्रबंधक, आरपी खालोटे सहायक समिति सेवक कृषि शाखा छिंदवाड़ा, नारायण प्रसाद यादव सेवानिवृत्त प्रभारी लिपिक, विपिन पटेल प्रभारी लिपिक एवं जितेंद्र जैन सहायक समिति सेवक के नाम शामिल हैं.
डीएक्टिव खातों के एटीएम जारी कर निकाले गए रुपए
शाखा प्रबंधक ने सबसे पहले खातों की जांच कर डीएक्टिव खातों में एटीएम जारी किए और फिर उसमें समिति का पैसा डाल कर गबन किया गया. करीब 12 ऐसे खाता धारक हैं. जिनके खातों में एनईएफटी के जरिए 2 करोड़ रुपए की रकम ट्रांसफर की गई है.