छिंदवाड़ा। जिल में इस बार औसत से ज्यादा बारिश होने से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हुआ है. छिंदवाड़ा जिले में सोयाबीन, उड़द, मक्के की फसलें तो पूरी तरह से बर्बाद ही चुकी है. जबकि अब इसका असर सब्जियों की फसलों पर भी दिख रहा है. जिले में टमाटर की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में अब किसानों को केवल मुआवजे की आस है.
टमाटर पर पड़ी मौसम की मार, किसान कर रहे शासन से मुआवजे की गुहार
छिंदवाड़ा जिले में इस बार आसमान से बरसी आफत ने किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया. सोयाबीन, मक्का, उड़द की फसलों के साथ-साथ सब्जियों की फसलों पर भी बारिश का कहर बरपा. सबसे ज्यादा नुकसान टमाटर की फसलों को हुआ.
महिला किसान मीना सोलंकी ने बताया कि अधिक पानी गिरने के कारण टमाटर की फसल को काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि 90 प्रतिशत से भी ज्यादा फसल खराब होने से इस बार लागत भी नहीं निकली है. जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. महिला किसान ने बताया कि फसलों का सर्वे तो कर लिया गया है. लेकिन मुआवजा अब तक नहीं मिला है.
मामले में जब सौसर विधायक विजय चौरे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आने वाली 12 तारीख को मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ कलेक्ट्रेट में बैठक करेंगे. बैठक में किसानों के मुआवजे पर चर्चा की जाएगी. विधायक ने बताया कि उन्होंने किसानों के खेतों का निरीक्षण किया है और अतिवृष्टि के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान मक्के की फसल को हुआ है. जल्द ही किसानों को मुआवजा मिलने की प्रक्रिया शुरु होगी.