छिंदवाड़ा।लॉकडाउन के दौरान बंद स्कूलों और दिन-रात घरों में रहने के कारण बच्चे निराश हो रहे थे. इसे ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य शिक्षा विभाग ने पहली से 8वीं तक के छात्रों के लिए 'हमारा घर हमारा विद्यालय अभियान' की शुरुआत छह जुलाई से की है. जिसके तहत अब स्कूल की बजाय पालक और शिक्षक घरों में घंटी बजाकर स्कूल चालू करेंगे. अभियान के पहले ही दिन जिले में शिक्षकों को निराशा हाथ लगी.
'हमारा घर हमारा विद्यालय अभियान' के तहत अब शिक्षकों को स्कूल की बजाय बच्चों के घरों में ही पढ़ाना है. इसी कड़ी में सोमवार को शिक्षक अपने घर से बाहर निकले, लेकिन जैसे ही शिक्षक बच्चों के घर पहुंचे तो कहीं बच्चे घर में नहीं मिले तो कहीं पालक, यहां तक की किसी-किसी घर में ताले लगे भी मिले. सोमवार से शुरू हुए इस अभियान में पहले दिन ही शिक्षकों को परेशान होना पड़ा क्योंकि शिक्षकों को पालक घर पर नहीं मिले. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में अध्यापन कार्य कराने वाले शिक्षकों को बच्चों के घर में ताले लगे मिले.