छिंदवाड़ा।मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा के विकास की पोल खोलती जिला अस्पताल की ये वो तस्वीरें हैं. जहां मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं दरअसल छिंदवाड़ा में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से 5 मंजिला इमारत की बिल्डिंग बनाई गई है, लेकिन आलम ये है कि पांचवीं मंजिल के मेल वार्ड में बारिश का पानी में भर गया. जहां से आनन-फानन में मरीजों को दूसरे वार्डों में शिफ्ट किया गया.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले के विकास की पोल खोलतीं ये तस्वीरें...
छिंदवाड़ा में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से 5 मंजिला इमारत की बिल्डिंग बनाई गई है, लेकिन आलम ये है कि पांचवीं मंजिल के मेल वार्ड में बारिश का पानी पूरे वार्ड में भर गया. जहां से आनन-फानन मरीजों को दूसरे वार्डों में शिफ्ट किया गया.
छिंदवाड़ा में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर करने के नाम से बिल्डिंग तो खड़ी कर दी है, लेकिन पहली बारिश में ही जिम्मेदारों की करतूतों का खुलासा होने लगा है. उसी का नतीजा है कि तेज बारिश में जिला अस्पताल के वार्ड में पानी भर गया, वहीं इस अस्पताल में भर्ती मरीजों की मानें तो इनका कहना है कि बारिश का पानी टाइल्स से अंदर भी घुस रहा है. बहुत से मरीज तो बेड के ऊपर थे पर कुछ मरीज नीचे लेटे हुए थे, जिन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है.
लिहाजा बिल्डिंग तो खड़ी हो गई है. लेकिन उसकी गुणवत्ता का हाल पानी भरने से समझा जा सकता है. हालांकि पहले भी छिंदवाड़ा जिले को मेडिकल हब और शिक्षा हब बनाने के बड़े-बड़े दावे किए जाते रहे हैं, जिसके चलते मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग तो खड़ी हो गई. लेकिन सीजन की पहली बारिश में ही जिला अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और अस्पताल में इस तरह से पानी भरने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.