छिंदवाड़ा। बैतूल जिले के आमला से नागपुर तक मेमू ट्रेन (Amla to Nagpur MEMU train) का परिचालन 18 नवंबर से शुरू किया जाएगा, जिससे इस रूट पर यात्रा करने वाले खुशी से झूम उठे, लेकिन एक नोटिस ने उनकी खुशियों पर पानी फेर दिया. अजब एमपी के गजब रेलवे के इस अजब-गजब नोटिस पर जिसकी भी नजर पड़ती है, वही सोच में पड़ जाता है.
Ghosts in village: भूतों वाला गांव! रह गए सिर्फ 4 लोग, 15 सालों में वीरान हो गया 100 घरों वाला गांव
भारतीय रेलवे का अजब गजब फरमान
छिंदवाड़ा के पांढुर्णा रेलवे स्टेशन पर एक नोटिस चस्पा किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि जिनको कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं, वही ट्रेन में यात्रा करें और सबसे बड़ी बात है कि 18 साल से कम उम्र के लोग इस ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकेंगे.
पांढुर्णा रेलवे स्टेशन पर चस्पा नोटिस नाबालिग नहीं कर सकेंगे इस ट्रेन में यात्रा
नागपुर से आमला तक चलने वाली मेमू ट्रेन में 18 साल से कम उम्र के यात्री यात्रा नहीं कर सकेंगे, जिसके लिए बाकायदा पांढुर्णा रेलवे स्टेशन पर नोटिस भी चस्पा किया गया है, जिसमें साफ लिखा है कि इस ट्रेन में 18 साल से कम उम्र के यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं है.
18 साल से कम उम्र वालों को लगा झटका
कोरोना महामारी के चलते करीब दो साल से बंद आमला-नागपुर पैंसेजर 18 नवंबर से शुरू होने वाली है, जिसकी तैयारी जोरों पर चल रही है, लेकिन इस ट्रेन में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को एंट्री नही मिलेगी, जिसको लेकर पांढुर्णा रेलवे स्टेशन पर मध्य रेल विभाग ने एक नोटिस चस्पा किया है, जिससे नाबालिगों को बड़ा झटका लगा है.
स्टेशन मास्टर का गजब तर्क
पांढुर्णा स्टेशन मास्टर एसके मिश्रा के मुताबिक 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कोरोना वैक्सीन नहीं लगने के चलते मध्य रेल विभाग ने यह कदम उठाया है, गुरुवार को आमला से पांढुर्णा रेलवे स्टेशन होते हुए नागपुर जाने वाली मेमू पैसेंजर ट्रेन से गांव के ज्यादातर बच्चे अप-डाउन करते हैं, अब रेलवे के आदेश ने उनकी चिंता बढ़ा दी है.
स्टेशन मास्टर का तर्क और मेमू की खासियत मेट्रो को टक्कर देता मेमू ट्रेन
वहीं महानगरों की मेट्रो और मुंबई की लोकल ट्रेन की तरह अब छिंदवाड़ा से आमला रेलवे स्टेशन तक मेमू ट्रेन की शुरुआत की गई है. इसकी खासियत की पड़ताल हमारे संवाददाता ने की है, मेट्रो ट्रेन की तरह ही मेमू ट्रेन के हर कोच को सीधे लोको शेड से जोड़ा गया है, जिसमें अंदर ही अंदर कोई भी आ जा सकता है. इसके अलावा हर बोगी में सीसीटीवी लगे हुए हैं, जो सीधे लोको पायलट को दिखते हैं, अगर किसी यात्री को कोई प्रॉब्लम हो तो वो सीधे माइक के जरिए लोको पायलट से बात भी कर सकता है.