छिंदवाड़ा।कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश में जिलेवार 7 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. कर्फ्यू का असर मार्केट पर साफ दिखाई देने लगा है. यहां फलों के दाम में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है. थोक फल विक्रेताओं का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम और पास की मंडियों में फल ना मिलने के कारण दाम बढ़ रहे हैं.
कोरोना कर्फ्यू: फलों की कीमतों में आया उछाल, जानें क्या हैं ताजा भाव
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश में जिलेवार 7 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. ऐसे में यहां फलों के दाम में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है.
कर्फ्यू के कारण फलों के रेट में उछाल
दरअसल, यहां कर्फ्यू के कारण फलों के रेट में उछाल गया है सेब, केला, अंगूर और अन्य फलों के रेट बढ़ गए हैं. बता दें कि जो सेब कर्फ्यू से पहले 220-240 रुपए किलोग्राम तक बिका करता था वो अब 260 से 280 रूपए प्रति किलोग्राम पहुंच गया है. इसके अलावा जो अंगूर 60 से 80 रुपए प्रति किलो बिकता था वो अब 80 से 100 रुपए किलो तक जा पहुंचा है. वहीं जो केला पहले 25 से 30 रुपए दर्जन बिका करता था वो अब 30 से 40 रुपए प्रति दर्जन बिक रहा है.
दाम बढ़ने का बताया कारण
थोक फल विक्रेताओं ने बताया कि आवागमन पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों के कारण महंगा हो गया है. वहीं, उन्होंने इसका दूसरा कारण बताया कि पास की मंडियों से फल लेकर आते थे, जैसे नागपुर, जबलपुर और अमरावती वहां पर भी कोविड-19 के अधिकांश मंडी बंद है. जिसके कारण उन्हें मजबूरन दिल्ली और मुंबई से फल लाना पड़ रहा है. अधिक दूरी से फल लाने के कारण फलों के दाम में भी वृद्धि हो रही है.