छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के इकलौते कांग्रेस पार्टी के सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का दावा है कि रावण की लंका पर चढ़ाई की योजना मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में बनाई गई थी. दरअसल, छिंदवाड़ा के चांद में राम कथा के समापन कार्यक्रम में पहुंचे सांसद ने भगवान राम और रामायण से जुड़े संस्मरण सुनाते हुए राम नाम में डुबकी लगाने में इतने मशगूल हो गए कि उन्होंने भगवान राम और हनुमान के छिंदवाड़ा से जुड़े मनगड़ंत किस्से सुना दिए. जिसके बाद मध्यप्रदेश की राजनीति में भगवान राम और हनुमान की एंट्री के बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है. जिस जामसावली हनुमान मंदिर का सांसद नकुलनाथ ने अपने बयान में जिक्र किया है वो बेहद चमत्कारिक हनुमान मंदिर है.
'जामसावली हनुमान मंदिर में बनाई थी लंका पर चढ़ने की योजना'
10 फरवरी को छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ छिंदवाड़ा में 2 दिनों के दौरे पर थे इस दौरान भी चांद में एक रामकथा के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वहीं पर उन्होंने कहा था कि भगवान राम के बारे में हिंदू शास्त्रों में जो लिखा है वो गलत है बल्कि भगवान राम का छिंदवाड़ा से गहरा नाता है. वनवास के दौरान भगवान राम ने कई साल चौरई के जंगलों में बिताए थे. जो आजकल पेंच नेशनल पार्क है. इतना ही नहीं नकुल नाथ ने कहा था कि जामसावली के हनुमान मंदिर में जो नीम का पेड़ है. उसी पेड़ के नीचे हनुमान जी ने लंका में चढ़ाई करने के लिए वानर सेना के साथ मिलकर पूरी योजना बनाई थी.
शयन मुद्रा में हैं हनुमान जी की प्रतिमा,नाभि से निकलता है जल
सौसर के जामसांवली में हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा है. इस मंदिर का नाम चमत्कारिक श्री हनुमान मंदिर है. ऐसी मान्यता है कि मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति या प्रेत बाधाओं से ग्रसित व्यक्ति की इस मंदिर में आने मात्र से बीमारियां ठीक हो जाती हैं. हनुमान जी की नाभि से निरंतर चल निकलता रहता है. उनकी नाभि से निकलने वाले जल से लोग आचमन करते हैं और उसके पीने से सभी बीमारियां दूर होती हैं इसलिए लोग अपने घरों में भी जल को लेकर जाते हैं.