छिंदवाड़ा। मुख्यमंत्री के गृह जिले छिंदवाड़ा में लोग बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हैं. जिला मुख्यालय से महज 10 किमी की दूरी पर खैरवाड़ा गांव के लोगों को सड़क न होने के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
छिंदवाड़ा के विकास मॉडल पर ग्रामीणों ने उठाए सवाल, कच्चा रास्ता बना मुसीबत का सबब
छिंदवाड़ा से महज 10 किमी की दूरी पर खैररवाड़ा गांव के लोगों को जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए करीब दो किमी की कच्ची सड़क से होकर गुजरना पड़ता है.
जिला मुख्यालाय से 10 किलोमीटर की दूरी पर पांढुर्णा के खैररवाड़ा गांव में सड़क नहीं होने से बारिश के समय परेशानियां बढ़ जाती हैं. स्कूली बच्चे कच्ची सड़कों से होकर ही स्कूल तक पहुंचते हैं, जिससे कोई भी अनहोनी होने का अंदेशा बना रहता है. हालांकि खैररवाड़ा को छिंदवाड़ा से जोड़ने के लिए इमलीखेड़ा हवाई पट्टी होते हुए एक सड़क है, लेकिन दूरी अधिक होने के चलते लोग कच्चे रास्ते से आवागमन करते हैं.
लोगों का कहना है कि मात्र दो किमी का फासला तय करने के लिए 15 किमी घूमकर जाना पड़ता है. जिसके चलते लोग इस कच्ची सड़क का ही इस्तेमाल करते हैं. ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग करते हुए कहा कि, सड़क बन जाने पर ग्राणीणों की कई परेशानियां हल हो जाएंगी.