छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने गरीबों के लिए जमीन के पट्टे की बात कही थी, जबकि केंद्र सरकार मुफ्त आवास की बात करती है, लेकिन आज भी गरीब अपने छोटे से आशियाने के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं.
सरकार बदली लेकिन नहीं बदले हालात, सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रह रहे आशियाना खोजते लोग
शहर में गरीब लोगों के लिए पक्के मकान बनाने के लिए सरकारी योजनाएं चल रही हैं. इसका फायदा वह लोग उठा रहे हैं जिनको इसकी आवश्यकता नहीं है. दबंग सरकारी जमीनों पर कब्जा कर उसके एवज में पट्टा मांगकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेते हैं और जरुरतमंद इधर-उधर भटक रहे हैं.
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भी हालात जैसे के तैसे हैं. कांग्रेस ने चुनाव से पहले वादा किया था कि जो लोग कच्चे मकानों में अस्थाई पट्टे पर रह रहे हैं उन्हें पट्टा दिया जाएगा और जिनके पट्टे हैं उन्हें पक्के मकान बनाने के लिए सरकारी योजना का लाभ दिया जाएगा. ये तो अब तक नहीं हो सका, लेकिन गरीब तबके के लोग सरकारी जमीन में अतिक्रमण कर अपना घर बसा रहे हैं.
अतिक्रमण कर रह रही एक महिला से जब बात की गई तो उसने बताया कि वह किराया देने में असमर्थ है, लिहाजा मजबूरन उसे सरकारी जमीन में घर बनाना पड़ रहा है. शहर के बीचोंबीच स्थित चंदन गांव के बोदरी के किनारे ऐसे कई लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है, कई बार शिकायत की गई पर कार्रवाई नहीं हुई.