छिंदवाड़ा।जुन्नारदेव के रहने वाले प्रीतम ने 2008 में अपनी जमीन पर भू-माफियाओं के कब्जा करने के बाद डायवर्जन के लिए अर्जी लगाई थी. 12 साल बीत जाने के बाद भी उनकी जमीन पर डायवर्जन नहीं हुआ है. यहां तक की पीड़ित के आवेदन का भी पता नहीं है. पीड़ित का कहना है कि वह सभी सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट चुका है, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है.
डायवर्जन के नाम पर भू -माफिया बेखौफ जमीन बेच रहे हैं
सरकार ने डायवर्जन की नीतियों पर रोक लगा दी है, जिसका सबसे ज्यादा फायदा भू- माफियाओं को हो रहा है. डायवर्जन के नाम पर भू माफिया बेखौफ जमीन बेच रहे हैं, लेकिन खरीदी करने के बाद आम आदमी को नगर निगम भवन निर्माण की अनुमति नहीं दे रही है. नगर निगम का कहना है कि छिंदवाड़ा का मास्टर प्लान लागू नहीं हुआ है और विकास अनुमति भी नहीं है इसलिए मकान निर्माण की अनुमति देना संभव नहीं है.