छिंदवाड़ा। कोविड ने लोगोंं की जरूरतों को बदल दिया है, जिन फैक्ट्रियों में घरों को सजाने के लिए फर्नीचर बनाए जाते थे लेकिन अब फैक्ट्रियों में अस्पतालों में उपयोग आने वाले फर्नीचर के ऑर्डर आ रहे हैं. ETV BHARAT जब फर्नीचर फैक्ट्रियों की पड़ताल करने पहुंचा पता चला आमतौर पर गर्मी के सीजन में घरों को सजाने के लिए फर्नीचर और शादियों का सामान और गर्मियों में सबसे ज्यादा जरूरी कूलर बनाए जाते थे. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते में उपयोग होने वाले पलंग और ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए ट्रॉली के ऑर्डर देने आ रहे हैं.
फैक्ट्रियों में मेडिकल इक्विपमेंट के ऑर्डर चल पड़ी मजदूरों की रोजी
फैक्ट्री में काम करने वाले कामगारों का कहना है कि कोरोना के कारण सामान की बिक्री नहीं होने से फैक्ट्रियों में भी काम बंद था. उनके सामने रोजी-रोटी का संकट भी पैदा हो गया था. लेकिन अब अस्पतालों से मेडिकल सामान बनाने के ऑर्डर मिलने के चलते धीरे-धीरे उन्हें काम मिलने लगा है.
कोरोना मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही Feeling therapy!
आठ निजी कोविड अस्पताल संचालित
छिंदवाड़ा शहर में जिला अस्पताल के अलावा 8 निजी कोविड अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं और अधिकतर लोग घरों में ही होम आइसोलेट होकर इलाज भी ले रहे. ऐसे में ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग बढ़ी तो उन्हें मूव करने के लिए ट्रॉली की भी डिमांड बढ़ी है. इसलिए अब फर्नीचर फैक्ट्रियों में ऑक्सीजन ट्रॉली बनाने के ऑर्डर ज्यादा जा रहे हैं.
फैक्ट्री मालिकों ने पहले कभी नहीं देखी ऐसी स्थिति
वहीं इस मामले में फर्नीचर फैक्ट्री मालिक का कहना है कि गर्मी के सीजन में सबसे ज्यादा शादियों में उपहार के सामान बनाना पड़ता. लेकिन इस बार अस्पताल में उपयोग आने वाले सामान बनाने पड़ रहे हैं. हालांकि कुछ मात्रा में उनके पास मेडिकल इंस्ट्रूमेंट और अस्पतालों में लगने वाले फर्नीचर की डिमांड आ रही है. लोग आर्डर करते हैं उस हिसाब से हम बनाकर सप्लाई कर रहे हैं लेकिन वह भी पर्याप्त मात्रा में नहीं है.