छिंदवाड़ा। सीएम कमलनाथ ने अपनी विरासत नकुलनाथ को सौंपी थी. लोकसभा के नतीजों के बाद नकुलनाथ के हाथों पिता की विरासत की कमान तो आ गई है लेकिन शायद पिता की लोकप्रियता की बराबरी करना उनके लिए मुश्किल है. शायद यही वजह है कि कमलनाथ को नकुलनाथ से 6576 वोट ज्यादा मिले हैं.
लोकसभा का चुनाव जीतकर भी अपने पिता कमलनाथ से कैसे हार गए नकुलनाथ - विधानसभा उप चुनाव
सीएम कमलनाथ के बेटे ने उनकी विरासत की कमान तो संभाल ली लेकिन शायद कुछ ऐसे मामले हैं जिसमें वो अपने पिता का मुकाबला नहीं कर पाए.
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छिंदवाड़ा में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा के उपचुनाव भी हुए थे, जिसमें सीएम खुद उम्मीदवार थे. इसलिए छिंदवाड़ा की जनता ने एक साथ 2 वोट दिए थे, लेकिन छिंदवाड़ा विधानसभा में जहां कमलनाथ को 1 लाख 14 हजार 4 सौ 59 वोट मिले तो वहीं नकुलनाथ को 1 लाख 7 हजार 883 वोट मिले. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक साथ 2 वोट डालने के बाद भी कुछ मतदाताओं ने कमलनाथ को तो पसंद किया लेकिन बेटे नकुल नाथ को नापसंद किया.
कर्मचारियों ने सीएम कमलनाथ का साथ तो दिया लेकिन उनके बेटे को दरकिनार कर दिया. डाक मतपत्रों में 2685 विधिमान्य मतों में से सीएम को 1951 वोट मिले तो वहीं लोकसभा में विधिमान्य 1809 मतों में से नकुल नाथ को 754 वोट मिले. अब देखना ये होगा की नकुलनाथ पिता की विरासत को सहेज पाते हैं या उसे खो बैठते हैं.