MP Chunav 2023: कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा से CM शिवराज लड़ेंगे विधानसभा चुनाव! ये है BJP की रणनीति - पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ में बीजेपी
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए दोनों प्रमुख दलों बीजेपी व कांग्रेस ने कमर कस ली है. ऐसे में क्या पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ छिंदवाड़ा से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उतारा जा सकता है. मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद ने बीजेपी को सलाह दी है कि कमलनाथ के खिलाफ शिवराज को चुनावी मैदान में उतारा जाए. अगर ऐसा हुआ तो कमलनाथ का गढ़ भेदा जा सकता है. ऐसा पहले हो चुका है, जब सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को पराजित कर दिया था.
कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा से CM शिवराज लगेंगे विधानसभा चुनाव
By
Published : May 18, 2023, 9:06 AM IST
कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा से CM शिवराज लगेंगे विधानसभा चुनाव
छिंदवाड़ा।मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को अब केवल 5 माह ही बचे हैं. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ को भेदने के लिए बीजेपी लगातार रणनीति बना रही है. मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद ने छिंदवाड़ा में पत्रकार वार्ता में कहा कि अगर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को छिंदवाड़ा से कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ाया जाए तो बीजेपी जीतेगी. सीएम शिवराज आसानी से कमलनाथ को चुनाव हरा सकते हैं.
छिंदवाड़ा की जनता शिवराज को चाहती है:छिंदवाड़ा के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता करते हुए मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान को छिंदवाड़ा की जनता प्यार करती है. पहले भी जब कमलनाथ को यहां से अजेय योद्धा कहा जाता था, उस दौरान भी यह विचार उन्होंने ही भाजपा को दिया था कि अगर सुंदरलाल पटवा यहां से चुनाव लड़ाया जाए तो कमाल हो सकता है. इसके बाद सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को हरा दिया था.
सीएम शिवराज सकारात्मक सोच वाले :उन्होंने कहा कि इस बार भी अगर विधानसभा के चुनावों में कमलनाथ के मुकाबले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चुनाव लड़ते हैं तो छिंदवाड़ा की जनता उन्हें चुनाव जिता देगी. क्योंकि शिवराज सिंह चौहान सकारात्मक सोच के व्यक्ति हैं. स्वामी अखिलेश्वरानंद ने ये भी कहा कि कमलनाथ भी अच्छे व्यक्ति हैं लेकिन वे कॉरपोरेट जगत से आते हैं. इसलिए उन्हें गौपालन का अनुभव नहीं है. अखिलेश्वरानंद ने कहा कि पिछले चुनाव में ही कमलनाथ और उनके बेटे सांसद नकुलनाथ चुनाव हारते-हारते बचे थे.
कांग्रेस को नहीं आता गौशाला चलाना :अखिलेश्वरानंद ने कहा कि बीजेपी के राजनेता पता नहीं कौन सा गणित भिड़ाते हैं और उससे कमलनाथ को फायदा हो जाता है. इस बार अगर पार्टी अच्छे से चुनाव लड़ेगी तो कमलनाथ और उनके बेटे दोनों छिंदवाड़ा से हारेंगे. उन्होंने कहा कि मुझ तक तो कमलनाथ की प्रतिक्रिया भी आ गई थी कि इस तरीके से चुनाव प्रबंधन मत कराइए वरना मैं भी हार जाऊंगा और मेरा बेटा है नकुलनाथ भी चुनाव हार जाएगा. अखिलेश्वरानंद ने कहा कि कांग्रेस भले ही दावा करती हो कि उन्होंने कई गौशाला खोल दी लेकिन कांग्रेस पार्टी को ना तो गौशाला चलाने का अनुभव है और ना ही गौपालन करने का. गौशाला खोलना आसान है लेकिन उसका प्रबंधन करना कठिन है.