MP चुनाव में खो रही शब्दों की मर्यादा, BJP प्रत्याशी के बिगड़े बोल, कमलनाथ और नकुलनाथ को दी धमकी
BJP candidate Controversy Statement: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में नेताओं की बयानबाजियां थमने का नाम नहीं ले रही है. बीते दिन जहां कृषि मंत्री कमल पटेल ने पूर्व सीएम कमलनाथ को लेकर विवादित बयान दिया था. वहीं आज पांढुर्णा से बीजेपी प्रत्याशी ने कमलनाथ व नकुलनाथ को लेकर विवादित बयान दिया है.
छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नेता कई तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. ऐसे में बयानबाजी के बीच यह नेता शब्दों की मर्यादा का भी ख्याल नहीं रखते. ऐसे ही कुछ बिगड़े बोल बिगड़े बोल छिंदवाड़ा से सामने आए हैं. जहां पांढुर्णा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी प्रकाश ऊइके ने पूर्व सीएम व कांग्रेस प्रत्याशी कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ को लेकर विवादित बयान दिया है.
पांढुर्णा जिला पर पुनर्विचार के लिए कहा था: शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव के एन वक्त पहले छिंदवाड़ा से अलग कर पांढुर्णा को जिला बना दिया. जिसको लेकर सौसर के लोग भी जिला बनाने की मांग कर रहे थे. इस पर मीडिया में छिंदवाड़ा के सांसद नकुलनाथ ने कहा कि "छिंदवाड़ा से अलग होकर पांढुर्णा को जिला बना दिया गया है, लेकिन जैसे ही कांग्रेस की सरकार आएगी. इस पर पुनर्विचार किया जाएगा. इसी को लेकर भाजपा के पांढुर्णा विधानसभा प्रत्याशी प्रकाश ऊइके ने सभा में सांसद नकुलनाथ और पूर्व सीएम कमलनाथ पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि कोई माई का लाल पांढुर्णा को जिला बनाने से नहीं रोक सकेगा.
जो पांढुर्णा में जन्मा हो, वहीं बनेगा सांसद और विधायक: विधानसभा प्रत्याशी प्रकाश ऊइके ने कहा कि "कोलकाता से आकर कमलनाथ ने बहुत दिनों तक छिंदवाड़ा में राजनीति कर ली, लेकिन अब पांढुर्णा अलग जिला बन गया है. जो भाजपा का गढ़ है और यहां पर वही चुनाव जीतेगा. जो पांढुर्णा में जन्मा हो मेरा नरा पांढुर्णा में गड़ा है. कमलनाथ और नकुलनाथ का नरा यहां नहीं गड़ा है. अगर हिम्मत है तो पांढुर्णा में आकर दिखाएं, क्योंकि उन्होंने पांढुर्णा को जिला बनाने का विरोध किया है.
पिता ने पानी से, बेटा जिला से वंचित करने की कर रहा बात: प्रकाश भाऊ ऊइके ने कहा कि पांढुर्णा में पानी की समस्या थी. कामठी जलाशय परियोजना से पानी लाना था, लेकिन कमलनाथ पांढुर्णा वासियों को पानी नहीं पिला सके. बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकार ने यहां तक पानी पहुंचाया. पिता ने पहले पांढुर्णा को पानी से वंचित रखा और अब जब पांढुर्णा जिला बन गया है. विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा, तो बेटा इसे जिला बनाने से वंचित करना चाह रहा है. प्रकाश ऊईके ने दमोह से न्यायाधीश के पद से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन किए थे. उसके बाद पार्टी ने उन्हें पांढुर्णा से विधानसभा का प्रत्याशी बनाया है.