छिंदवाड़ा। शहडोल जिला अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत का मामला हो या फिर भोपाल के हमीदिया अस्पताल में बिजली गुल हो जाने से कोरोना मरीजों की मौत. इन घटनाओं के बाद प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सवालों के घेरे में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था के हालात बद से बत्तर बताया है. जब ईटीवी भारत ने अस्पताल की हकीकत जानने की कोशिश की तो छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में मीडिया के कवरेज पर रोक लगा दी गई. इतना ही नहीं पुलिस बुलाने की धमकी भी दी. छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है, यहां इलाज तो दूर की बात मरीजों के स्ट्रेचर उठाने के लिए कर्मचारी तक नहीं मिलते, परिजनों को खुद ही एंबुलेंस से मरीजों को अस्पताल के अंदर ले जाना पड़ता है.
- वेंटिलेटर पर स्वास्थ्य सेवाएं, स्ट्रेचर उठाने के लिए कर्मचारी तक नहीं
छिंदवाड़ा जिला अस्पताल की हकीकत जाने जानने जब ईटीवी भारत पहुंचा तो गेट पर ही गंभीर अवस्था में स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को उसके परिजन खुद ही ले जा रहे थे. जब इस मामले में ईटीवी भारत ने परिजनों से पूछा तो उनका कहना था की बहुत देर से डॉक्टरों से बोल रहे थे कि मरीज की जांच कराना है. इसके लिए दूसरे रूम में ले जाना था, लेकिन कोई कर्मचारी नहीं आया. इसलिए खुद ही स्ट्रेचर लेकर जा रहे हैं.
- मीडिया कवरेज पर लगाई गई रोक