छिंदवाड़ा।हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष सावन माह के बीच में ही मलमास पड़ रहा है. ज्योतिषाचार्य डॉ. वैभव अलोणी ने बताया कि दो दशक यानि 19 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बना है कि इस बार 60 दिनों का सावन होगा. मलमास के कारण साल 2023 में व्रत और त्यौहार देरी से मनाए जाएंगे. ऐसा दुर्लभ संयोग इसके पहले साल 2004 में बना था. अंग्रेजी कैलेंडर का साल 2023 भारतीय पंचांग के अनुसार विक्रम संवत 2080 होगा. अंग्रेजी कैलेंडर के आधार पर अगर माना जाए तो सावन 60 दिनों का है. पंचांग के हिसाब से सावन माह का कृष्ण पक्ष 4 जुलाई से 17 जुलाई तक है इसके बाद 18 जुलाई से मलमास लग जाएगा और यह 16 अगस्त तक रहेगा.
हर तीसरे साल पर हिंदी पंचांग में एक अधिक माह जुड़ता है जिसे मलमास (अधिमास) कहते हैं. एक सूर्य वर्ष में 365 दिन और 6 घंटे का होता है जबकि एक चंद्र वर्ष 354 दिन का होता है. इस तरह से सूर्य वर्ष और चंद्र वर्ष के अंतर को खत्म करने के लिए हर तीसरे साल पर एक चंद्रमाह बढ़ जाता है और यह बड़ा हुआ मास मलमास कहलाता है मलमास में कोई भी शुभ काम नहीं होते हैं.
8 सावन सोमवार और 5 माह का होगा चतुर्मास:मलमास होने के कारण इस साल 2023 में चतुर्मास 5 महीने का होगा क्योंकि सावन माह में ही मलमास यानी पुरुषोत्तम माह जुड़ा है. भगवान विष्णु 5 माह तक योग निद्रा में रहेंगे. इस वजह से 5 माह तक कोई भी शुभ कार्य से विवाह मुंडन गृह प्रवेश आदि नहीं होंगे हालांकि 60 दिनों का सावन होने की वजह से 8 सावन सोमवार होंगे, जिसमें शिव जी की भक्ति करने के लिए भक्तों को अवसर मिलेगा.
60 दिन के सावन में किसके खुलेंगे भाग्य
मेष राशि: मलमास का सावन मेष राशि वालों के लिए काफी फायदेमंद साबित होने वाला है. इस राशि वालों को धन की वृद्धि होगी रुके हुए काम पूरे होंगे और सावन सोमवार का व्रत इनके लिए फलदाई होगा.
वृष राशि:लोगों के लिए सावन सोमवार में हर दिन भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने से विशेष लाभ होगा.
मिथुन राशि:इस राशि के जातकों पर भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा रहेगी. इस राशि वालों के सारे सपने पूरे होंगे, सावन में बंगला गाड़ी कार मिलने के आसार हैं.
कर्क राशि:इस राशि के जातकों में 60 दिन का सावन भगवान शिव के भक्तों के लिए काफी फलदाई होगा, हर दिन भगवान का जलाभिषेक विशेष कृपा बरसाएगा.