छिंदवाड़ा।कुड्डम में सेंटर आफ एक्सीलेंस फार सिट्स की स्थापना के तहत यहां 50 एकड़ रकबे में प्रशासनिक भवन, छात्रावास, पॉली हाउस सहित अन्य अधोसंरचना विकसित की जा रही है. इजराइल और भारत देश कृषि उद्यानिकी सहयोग एवं जल प्रबंधन को लेकर नवाचार कर रहे हैं. इस कड़ी के तहत मार्च 2020 में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और इजराइल के कौसुल जनरल के बीच चर्चा के बाद छिंदवाड़ा में सेंटर आफ एक्सीलेंस फार सिट्रस की स्थापना पर सहमति बनी थी. इंडो-इजरायल प्रोजेक्ट के तहत भारत में 29 प्रोजेक्ट के तहत काम पूरा हो चुका है. 15 प्रोजेक्ट प्रगति पर हैं. छिंदवाड़ा का प्रोजेक्ट भी जल्द पूरा हो जाएगा. उन्होंने यहां डेमो प्लॉट का मुआयना भी किया. ऐशेल पहली बार मध्यप्रदेश के प्रवास पर आए हैं.
संतरा उत्पादक किसानों को भी होगा लाभ :भ्रमण के बाद उन्होंने प्रोजेक्ट से संबंधित निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि तीन माह बाद वे दोबारा प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने आएंगे. ऐशेल के साथ भारत सरकार के नीति सलाहकार अर्पित कालीचरण और उनके सहयोगी अभिषेक सर्राफ ने भी स्थानीय अधिकारियों से प्रोजेक्ट के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. इस केंद्र में जिले के संतरा उत्पादक किसानों को नवीनतम उन्नत तकनीकी का प्रशिक्षण दिया जाएगा. नर्सरी में नींबू वर्गीय फलों के उच्च गुणवत्ता वाले पौधे तैयार किए जाएंगे. एक जिला एक उत्पाद के तहत संतरा के रकबे में बढ़ोतरी और निर्यात लायक फल तैयार कर जिले की नई पहचान बनाने का प्रयास किया जाएगा.