छिन्दवाड़ा। कलमनाथ सरकार मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर कितने भी दावे क्यों न कर रही हो लेकिन आज भी आम लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भटक रहे हैं. ताजा मामला मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह नगर छिंदवाड़ा का है जहां दो अलग-अलग मामलों में छिंदवाड़ा जिला अस्पताल लोगों को इलाज मुहैया नहीं करा पाया.
छिंदवाड़ा : सरकारी अस्पताल में मरीजों अनदेखी, बिना इलाज के लौट रहे मरीज - District Hospital Chhindwara
छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में इलाज आम लोगों की जद से बाहर हो गया है. दो अलग-अलग सड़क हादसों में घायल इलाज के लिए तपड़ते रहे लेकिन उनका इलाज नहीं हो सका.
एक महिला छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में अपनी घायल बेटी का इलाज कराने पहुंची तो डॉक्टर ने उस महिला से कहा कि वह अपने साथ एक कॉन्सटेबल लेकर आए. महिला का कहना है कि उसकी बेटी दर्द से तड़प रही थी और उसका इलाज नहीं किया गया.
महिला ने बताया कि सरकारी अस्पताल में मेरी बेटी का इलाज नहीं किया गया जिसके बाद मैं अपने गहने बेचकर अपनी बेटी का इलाज प्राइवेट अस्पताल में कराया.
वहीं एक दूसरे मामले में भी सड़क हादसे में घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया जहां वह खून से लथपथ अस्पताल प्रांगण में पड़ा रहा लेकिन उसे अंदर ले जाने के लिए अस्पताल में स्ट्रेक्चर नहीं मिला.