छिन्दवाड़ा। जिले में हर साल विश्व प्रसिद्ध गोटमार मेले का आयोजन किया जाता है. इस मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. वहीं गोटमार मेले की तैयारियों का जायजा लेने कलेक्टर और एसपी पांढुर्णा पहुंचे. जहां व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर अधिकारियों का कार्य विभाजन किया. इसके अलावा कलेक्टर ने मेला स्थल की साफ-सफाई से लेकर पूरे खेल की वीडियोग्राफी करने के भी निर्देश दिए हैं.
नियमों के दायरे में रहकर खेलें खेल-कलेक्टर
छिन्दवाडा जिले के पांढुर्णा शहर में हर साल पोले के दूसरे दिन गोटमार का आयोजन किया जाता है. जिसमें जाम नदी के मध्य पलाश के पेड़ (झंडा) की स्थापना ग्राम सांवरगांव के निवासियों द्वारा की जाती है. इस वर्ष 27 अगस्त को आयोजित गोटमार मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने और विभिन्न प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिये कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन और पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल आज पांढुर्णा पहुंचे. जहां नगरपालिका परिषद पांढुर्णा के इंदिरा मंगल भवन में कलेक्टर सुमन की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई. गोटमार मेला शांति समिति सदस्य, नगर पालिका पांढुर्णा के पार्षदगण, नगर के नागरिक और पत्रकार मौजूद रहे. जिनसे चर्चा एवं सुझाव के बाद महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. बैठक में कलेक्टर ने कहा की पंरपरा व्यक्ति के जीवन से बड़ी नहीं होती, इसीलिए इस खेल को नियमों के दायरे में रहकर ही खेला जाये.
अधिकारी कर्मचारियों को सौंपी जिम्मेदारियां
नदी में पानी अत्यधिक मात्रा में है जिससे दुर्घटना होने की संभावनाएं अधिक हैं. एक ओर जहां कोविड प्रभावी है, वहीं दूसरी ओर अत्याधिक वर्षा के कारण दुर्घटना की संभावनायें बढ़ गईं हैं. जिसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने युवाओं से अपील की है कि नदी में झंडे की स्थापना नहीं करते हुए पुल पर ही की जाये एवं उसके निकालने का समय पूर्ववत निर्धारित किया जाये. उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस को मेले में उत्पन्न गतिरोध के निराकरण के लिये सजग रहने और चिकित्सा विभाग को अपनी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिये है. साथ ही नदी में पानी की अत्यधिक मात्रा को देखते हुए गोताखोर की टीम, बोट व नदी में आवश्यकता के अनुसार जाली, बैरीकेडिंग की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये गये हैं. बैठक में पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने मौजूद सभी के द्वारा गोटमार मेला आयोजन पर दिये गये सुझावों का स्वागत करते हुये बताया कि शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस व प्रशासन स्तर पर पर्याप्त व्यवस्था की जायेगी.
मेला स्थल की होगी साफ-सफाई
बैठक में प्रशासनिक व्यवस्थाओं के अंतर्गत मेला स्थल की साफ-सफाई एवं पेयजल, फायर वाहन, चेक पोस्ट, बाजार व्यवस्थापन, चिकित्सा व्यवस्था, वीडियोग्राफी आदि के संबंध में विभिन्न व्यवस्थाएं निर्धारित करते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए. मेला स्थल की साफ-सफाई मेला दिवस से 4 दिन पूर्व से करने और मेला स्थल से पत्थरों को हटवाने को भी कहा गया है. बैठक में निर्देश दिये गये कि मेला स्थल के पास स्थित कुएं पर बेरिकेडिंग कर ढकाई का कार्य करें व केकतपुरे श्रीराम मंदिर में वाटरप्रूफ पंडाल व अन्य आवश्यक व्यवस्था के साथ ही आवश्यकता के अनुसार मेला परिसर में पेयजल व्यवस्था किया जाना सुनिश्चित करें. इसके लिये निकटतम नगरपालिका परिषद सौंसर से भी फायर वाहन मंगाकर व्यवस्था बनाने के निर्देश मुख्य नगरपालिका अधिकारी पांढुर्णा को दिये.