छिंदवाड़ा। रबी के सीजन में पारंपरिक फसलें लगाकर अगर खेती से लाभ नहीं हो रहा है तो इन फसलों को लगाकर किसान कम लागत में अच्छी कमाई कर सकते हैं, छिंदवाड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और कृषि कॉलेज के डीन डॉ. विजय पराड़कर बता रहे हैं कि कैसे कम लागत से आप खेती कर ज्यादा कमाई कर सकते हैं.
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दलहन-तिलहन लगाकर कमाएं अधिक मुनाफा
डॉक्टर विजय पराड़कर ने बताया कि ज्यादातर किसान गेहूं और ज्यादा पानी वाली फसलें लगाते हैं, जबकि उत्पादन ज्यादा हो रहा है और मांग घट रही है, फिलहाल अभी 280 लाख टन धान का भंडारण है, मांग कम इसलिए है कि किसानों को सही भाव नहीं मिल पाते हैं, इसकी जगह अगर किसान दलहन और तिलहन की फसल लगाएंगे तो बाजारों में मांग ज्यादा रहेगी, उसके भाव भी अच्छे मिलेंगे, इससे किसान आसानी से ज्यादा कमाई कर सकते हैं.
छिंदवाड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और कृषि कॉलेज के डीन डॉ. विजय पराड़कर कम लागत में तकनीक के सहारे ज्यादा उपज
कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि रबी के सीजन में सिंचाई आधारित फसल लगाई जाती है, लेकिन दलहन और तिलहन में पानी कम लगता है, जिसमें तोरिया, करड़, सरसो, चना शामिल हैं. इन फसलों की बाजार में मांग भी ज्यादा रहती है, इनमें लागत भी कम आती है. आजकल कृषि के क्षेत्र में तकनीक भी बहुत अधिक आ गई है, इन तकनीकों के माध्यम से कम लागत और कम पानी के खर्च में भी अच्छी फसल लगा सकते हैं.
तिलहन के लिए आयात पर निर्भर है भारत
कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि भारत में तिलहन का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है, जिसके लिए दूसरे देशों से आयात करना पड़ता है, यही वजह है कि तेल की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं, ऐसे में अगर हमारे देश में ही तिलहन की फसलों का उत्पादन बढ़ेगा तो किसानों की कमाई भी दोगुनी होगी और देश की आर्थिक उन्नति में सहयोग भी होगा.