छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में लॉकडाउन के चलते कैंसर का इलाज नहीं मिल पाने से परेशान एक किसान ने घर में ही फांसी लगाकर जान दे दी. मामला पांढुर्णा के बड़चिचोली चौकी क्षेत्र के राजना गांव का है, जहां एक किसान कैंसर की बिमारी से जूझ रहा था, जिसे लॉकडाउन और कोरोना महामारी के चलते इलाज नहीं मिल पा रहा था, जिससे परेशान किसान ने खुदकुशी कर ली.
कैंसर का इलाज नहीं मिल पाने से परेशान किसान ने लगाई फांसी - बड़चिचोली चौकी प्रभारी जितेंद्र यादव
पांढुर्णा के बड़चिचोली पुलिस चौकी क्षेत्र के राजना गांव के एक किसान ने कैंसर का इलाज नहीं मिल पाने के चलते खुदकुशी कर ली.
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बड़चिचोली चौकी प्रभारी जितेंद्र यादव ने बताया कि राजना गांव का 45 वर्षीय किसान नामदेव देशमुख बीते कई महीनों से कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहा था. कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में वह भोपाल और नागपुर कैंसर अस्पताल में इलाज नहीं करा सका, दर्द और पीड़ा के कारण आखिरकार किसान ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
परिवार वालों के मुताबिक, पूरा परिवार आर्थिक तंगी से झूझ रहा है, लॉकडाउन के दौरान इलाज के लिए पैसे नहीं होने के कारण परिवार के लोग इलाज नहीं करा सके. जिसके बाद किसान ने ये कदम उठाया, मृतक किसान का एक बेटा और एक बेटी हैं, जो काफी सदमे में हैं. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया.