छिंदवाड़ा।कहते हैं की मजबूरी इंसान को कुछ भी करने पर मजबूर कर देती है, कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है छिंदवाड़ा जिले के सौंसर इलाके में बुनकरों के साथ, जो अपने हुनर के दम पर रेशमी बनारसी साड़ियां बनाकर पूरे देश में पहुंचाते हैं. बुनकर लॉकडाउन के चलते परिवार का पेट भरने को इतना मजबूर हो गए कि कोई अब सब्जी बेच रहा है, तो कोई सड़कों की सफाई कर रहा है.
दरअसल इन बुनकरों को अपना काम चलाने के लिए कच्चे माल की जरूरत होती है, लेकिन लॉकडाउन के चलते न तो उनके पास धागा आ रहा है, और ना ही कच्चा माल मिल रहा है, जिसके चलते नए कपड़े बन नहीं सके और जो पुराने कपड़े बने थे वह बिक नहीं सके, जिसके चलते अब इनकी आर्थिक हालत खराब हो गई चुकी है.
कोई सफाई तो कोई सब्जी बेचकर चलाता है परिवार
इन हुनरमंद कारीगरों के पास काबिलियत तो बहुत है लेकिन मजबूरी के चलते कोई नाली की सफाई कर रहा है, तो कोई सब्जी बेचकर अपना परिवार चला रहा है. बुनकरों का कहना है कि इन कामों में भी परिवार का चलना मुश्किल है, लेकिन सरकारी मदद के नाम पर कोई उनकी तरफ झांकता तक नहीं है.
संकट में करीब 5 हजार परिवार