छिंदवाड़ा । जिले में तीन महीने से ज्यादा दिनों तक बंद रहीं बसें अब दौड़ने लगी हैं. सिटी बस संचालक जसपाल सिंह ने कहा कि एक जुलाई से बसें चलने तो लगी हैं, लेकिन बस संचालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. लॉकडाउन के चलते रुकी हुई छिंदवाड़ा की सिटी बस सेवा बहाल हो गई है. कलेक्टर के निर्देश के बाद कमिश्नर ने एक जुलाई से बस संचालन के निर्देश जारी किए थे. बस संचालन करते वक्त आम लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखा गया.
छिंदवाड़ा के बस संचालक परेशान, बसों में बैठने से कतरा रहे यात्री - छिंदवाड़ा बस संचालक परेशान
जिले में एक जुलाई से बसों का संचालन शुरू हो चुका है. सिटी बस संचालक ने कहा कि तीन महीने से बसें नहीं चलने की वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है. उन्होंने कहा कि किराए से सात गुना रूपए उनका खर्च हो रहा है. यदि ऐसा ही चलता रहा तो बे बसें नहीं चला पाएंगे.
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बस संचालन का आज तीसरा दिन है, बसों में कोरोना वायरस से बचाव की पूरी तैयारी है. सिटी बस संचालक का कहना है कि तीन महीने तक बसें नहीं चलीं, आर्थिक स्थिति खराब होने से वे टैक्स नहीं भर सकते हैं. बस सर्विस चालू तो कर दी हैं, लेकिन उनके पास 3 महीने का टैक्स जमा नहीं करने की वजह से परमिट नहीं है. बिना परमिट के वे गाड़ी संचालन नहीं कर पाएंगे. उन्होंने बताया कि हमारी आर्थिक स्थिति भी ऐसी नहीं है कि हम बस परमिट का पैसा दे पाएं.
सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को घरों में रहने की हिदायत दे रही है. सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करने को कहा जा रहा है. ज्यादातर लोग पर्सनल गाड़ियों में सफर कर रहे हैं. बस संचालकों का कहना है कि तीन बसें लगाई गई थी, लेकिन किराया एक हजार रूपए ही आ पाया है और लागत करीब सात गुना लग गई. उन्होंने बताया कि डीजल की कीमत में भी बढ़ोत्तरी होने से नुकसान हुआ है. उन्होंने सरकार से टैक्स माफी की मांग की है.