छिंदवाड़ा। मदद ग्रुप के नाम से संस्था बनाकर लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहने वाले युवाओं ने कबाड़ की सहायता से सेनिटाइजिंग मशीन बनाकर कलेक्टर कार्यालय में दान दी है. कबाड़ की सहायता से सेनिटाइजिंग मशीन बनाने में करीब 55000 रूपए की लागत आई है.
कबाड़ से सेनिटाइजिंग मशीन बनाकर कलेक्ट्रेट में की दान, इतने की आई लागत - छिंदवाड़ा में कोरोना वायरस
छिंदवाड़ा में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मदद ग्रुप के नाम की संस्था ने कबाड़ की सहायता से सेनिटाइजिंग मशीन बनाकर कलेक्टर कार्यालय में दान दी है.
मदद ग्रुप के युवाओं का कहना है कि कलेक्टर कार्यालय में जिले भर से कई लोगों का आना जाना रहता है. इसलिए कलेक्टर कार्यालय में भी भविष्य में संक्रमण का खतरा हो सकता है, इसलिए यहां पर भी मशीन जरूरी थी युवाओं ने कलेक्टर कार्यालय में चार्जिंग मशीन दान की है.
ऑटोमेटिक चलने वाली इस मशीन में व्यक्ति जैसे ही अंदर जाता है सैनिटाइजर के फव्वारे शुरू हो जाते हैं और निकलते तक पूरी तरीके से व्यक्ति सेनिटाइज हो जाता है. सेंसर से चलने वाली इस मशीन में बिजली की खपत भी कम होगी.