छिन्दवाड़ा।कोरोना का डर लोगों में इतना है, कि अब आस-पड़ोस में मौत हो जाने पर भी लोग कांधा देने नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसी ही एक दर्दनाक तस्वीर छिंदवाड़ा से परासिया में सामने आई. जहां एक बुजुर्ग की मौत हो गई. बुजुर्ग के बेटे नहीं थे इसलिए कोई अर्थी को कांधा देने नहीं आया. मजबूरन बेटियों ने ही अर्थी को कंधा देकर शमशान तक ले गई और अंतिम संस्कार किया.
बुजुर्ग की घर में ही हो गई थी मौत
परासिया की चौकी मोहल्ले में रहने वाले बुजुर्ग सुंदर लाल सूर्यवंशी की उम्र ज्यादा होने के चलते सामान्य मौत घर पर ही हो गई. परिजनों ने रिश्तेदारों और मोहल्ले में इसकी सूचना दी, लेकिन कोरोना का कहर इतना है कि कांधा देना तो दूर की बात कोई देखने भी नहीं आया. आखिरकार बेटियों ने ही अर्थी को कंधा दिया और श्मशान ने अंतिम संस्कार भी किया.
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