छिंदवाड़ा। पाढुर्णा की मुख्य सड़क और 30 वार्ड की गली मोहल्ले की सड़कों पर नगर पालिका द्वारा लगाए गए ब्रेकर जानलेवा बन गए हैं. प्लास्टिक के ब्रेकरों में लगने वाली कीलें लोगों के लिए खतरा बन रही है. वहीं नगर पालिका भी ब्रेकर लगाकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो गई है और इस समस्या की और ध्यान देने को तैयार नहीं है.
वाहनों की रफ्तार कम करने गली मोहल्ले में लगाये गए प्लास्टिक के ब्रेकर इन दिनों जानलेवा बनते जा रहे हैं. इन ब्रेकरों से वाहनों की रफ्तार तो कम हो रही लेकिन इसकी नुकीली कीलें नुकसान दायक साबित हो गईं हैं. नगर पालिका द्वारा शहर की मुख्य सड़क, रेलवे स्टेशन रोड़ और 30 वार्डों की गलियों में कुछ साल पहले प्लास्टिक के ब्रेकर इस उद्देश्य से लगाये थे कि वाहनों की तेज रफ्तार कम हो सके और कोई भी दुर्घटना न हो. लेकिन पाढुर्णा नगर पालिका मुख्य सड़क और गली मोहल्ले में लगाये गए ब्रेकर की सुध लेना शायद सही नहीं समझा. यही वजह है कि यह ब्रेकर उखड़कर उसकी नुकीली कीलें अब जानलेवा बन गई हैं.
स्पीड ब्रेकर बने मुसीबत, नगर पालिका नहीं दे रही ध्यान - speed breaker trouble
छिंदवाड़ा के पाढुर्णा में मोहल्ले की सड़कों पर नगर पालिका द्वारा लगाए गए ब्रेकर जानलेवा बन गए हैं. ब्रेकरों से निकलने वाली कीलें लोगों के लिए मुसीबत बन गई है. नगर पालिका भी इस और ध्यान देने को तैयार नहीं है.
इसकी जानकारी नगर पालिका को भी है, लेकिन कोई भी इस और ध्यान देने को तैयार नहीं है. ब्रेकर को सड़क से जोड़ने वाली ये कीलें निकलने लगी हैं और ब्रेकर भी उखड़ रहा है जिससे कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है. नगर पालिका भी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. सड़कों पर यह नुकीले कीलें लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही हैं.
शंकर नगर वार्ड पार्षद किशोर धोटे ने कहा कि नगर पालिका को कई बार अवगत कराया गया लेकिन ब्रेकर के कीलें निकालने और उनकी मरम्मत के लिए नगर पालिका ने कोई कदम नहीं उठाया है. वहीं सीएमओ आरके इवनाती सड़क पर दफन नुकीले कीलें निकालने की बात जरूर कह रहे हैं.