छिंदवाड़ा।महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में एकता परिषद के संस्थापक राजगोपाल पीवी के नेतृत्व में शांति, न्याय सद्भावना और पर्यावरण बचाने के लिए एक वैश्विक पद यात्रा निकाली गई है. 2 अक्टूबर 2019 से शुरू हुई इस पद यात्रा का समापन 2 अक्टूबर 2020 को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में होगा. इस पदयात्रा में पूरी दुनिया के 50 लोग एक साल तक पदयात्रा करते हुए महात्मा गांधी के संदेश को देश और दुनिया में पहुंचाने का काम कर रहे हैं.
पेड़ काटना भी हिंसा के बराबर, मुख्यमंत्री से करेंगे चर्चा: राजगोपाल पीवी - जय जगत पदयात्रा
न्याय, शांति एवं पर्यावरण बचाने के लिए दिल्ली से लेकर स्वीटजरलैंड के जिनेवा तक निकली पदयात्रा छिंदवाड़ा पहुंची.
![पेड़ काटना भी हिंसा के बराबर, मुख्यमंत्री से करेंगे चर्चा: राजगोपाल पीवी Cutting of trees is also equal to violence: Rajagopal PV](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5596274-thumbnail-3x2-chh.jpg)
शहर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के लिए सैकड़ों पेड़ काटे गए हैं. पर्यावरण बचाने के लिए निकली यात्रा के दौरान जब ETV भारत ने राजगोपाल पीवी से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पेड़ काटना भी हिंसा के बराबर है और गांधीजी हिंसा के खिलाफ थे. इसलिए अगर यहां पर इतने पेड़ काटे गए हैं, तो ये बहुत गलत है. इसके लिए वे मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे.
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इस यात्रा का नाम जय जगत पदयात्रा है जो 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट दिल्ली से शुरू हुई है. ये यात्रा 10 देशों से होकर 11 हजार किलोमीटर तय करके एक साल में जिनेवा पहुंचेगी. और भारत में ये पैदल यात्रा लगभग दो हजार किलोमीटर का सफर तय करेगी. वहीं 7 राज्यों से गुजरते हुए भारत में महात्मा गांधी कर्मभूमि सेवाग्राम वर्धा में इसका चरण पूरा होगा.