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सरकारी फाइलों में मौत शून्य, श्मशान घाटों पर 34 शवों का अंतिम संस्कार! - 34 शवों का अंतिम संस्कार

छिंदवाड़ा इस समय भीषण संक्रमण की चपेट में है, बीते दिन 730 नए संक्रमित मिले हैं, वहीं सरकारी आंकड़े में एक भी कोरोना मरीज के मौत की पुष्टि नहीं हुई है, जबकि श्मशान घाटों पर 34 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है.

Cremation of 34 dead bodies
34 शवों का अंतिम संस्कार

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Published : Apr 13, 2021, 10:04 AM IST

छिन्दवाड़ा। जिले में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, जिले में इस वक्त 730 एक्टिव मरीज हैं, जबकि कई मरीज बाहर भी इलाज करा रहे हैं, सोमवार को 93 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, लेकिन हैरानी की बात ये है कि सरकारी आंकड़ों में कोई मौत दर्ज नहीं है, जबकि 34 शवों का कोविड गाइडलाइन के मुताबिक अंतिम संस्कार किया गया है.

छिंदवाड़ा जिले में 93 नए संक्रमित मरीज मिलने के साथ ही 730 एक्टिव मरीज हो गए हैं, जबकि सरकारी आंकड़ों के हिसाब से कोई मौत कोविड से नहीं हुई है, लेकिन शहर के श्मशान घाटों में 34 लोगों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया है, जिनमें परतला के मोक्षधाम में 32 लोगों का और कब्रिस्तान में 2 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है, वहीं सोमवार को ही 67 इलाजरत मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

459 कंटेन्मेंट जोन एक्टिव

जिले भर में करीब 22 लाख की आबादी है, जिसमें सबसे ज्यादा संक्रमण सौंसर और पांढुर्णा में बताया जा रहा है, जिले भर में फिलहाल 459 कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं, अकेले छिंदवाड़ा नगर निगम क्षेत्र के 18 वार्डो का निर्धारित क्षेत्र शनिवार को कंटेंट जोन घोषित किया गया है. छिंदवाड़ा जिले के दो सरकारी अस्पताल और 7 निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है, जिसमें सभी के बिस्तर फुल हैं, वहीं एक निजी अस्पताल और बनकर तैयार है, जिसमें सोमवार से इलाज जारी हो गया है, छिंदवाड़ा जिले में हर दिन 2300 से 2400 लीटर ऑक्सीजन की खपत सरकारी अस्पतालों में हो रही है तो निजी अस्पतालों में 1000 से 1500 लीटर की खपत हो रही है.

रेमडेसिविर और फेबी फ्लू की शॉर्टेज

जिले में जिस तरीके से कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, उतना ही दवाइयों का भी टोटा है, रेमडेसीवीर इंजेक्शन का शॉर्टेज बरकरार है, भले ही सरकार दावा कर रही है, लेकिन अभी तक दवाइयां छिंदवाड़ा तक पहुंची नहीं है तो फेबी फ्लू भी लोगों को आसानी से नहीं मिल पा रही है. जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के सभी बेड फुल हैं. हालात ये है कि मरीजों को जमीन पर लेटाकर इलाज किया जा रहा है.

दो ऑक्सीजन प्लांट को मिली मंजूरी

कोरोना काल की भयावहता से निपटने के लिए छिंदवाड़ा के जनप्रतिनिधि व्यपारियों और समाजसेवियों ने भी आर्थिक सहयोग करते हुए बोरिया में बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को चालू किया जा रहा है, जिसमें 500 सिलेंडर ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी, वहीं बोरगांव में भी 19.41 केएल क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट को सरकार ने मंजूरी दी है, जिससे पड़ोसी जिले को भी ऑक्सीजन सप्लाई की जा सकेगी.

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