छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा और पिपलानारायनवार में कड़ाके की ठंड का प्रकोप बढ़ने से फसलों पर भी असर पड़ने लगा है. कपास और तुअर की फसलें कड़ाके की ठंड से पूरी तरह बर्बाद होकर सुख गई है. अचानक पाले का प्रकोप बढ़ने से किसानों की चिंता बढ़ गई हैं.
सफेद सोने पर ठंड की मार, कपास और तुअर की फसल बर्बाद - कड़ाके की ठंड
छिंदवाड़ा के पांढुर्णा और पिपलानारायनवार में अचानक पाले का प्रकोप बढ़ने से कपास और तुअर की फसलें पूरी तरह बर्बाद गई है. जिससे किसान परेशान है.
इस साल दो बार कपास की फसल प्रभावित हुई है. जहां क्षेत्र में लगातार बारिश की दस्तक से सबसे ज्यादा नुकसान कपास की फसल को हुआ है. अधिक बारिश के कारण पांढुर्णा क्षेत्र की लगभग 60 प्रतिशत कपास की फसल बर्बाद हुई थी. जिससे किसान उभर ही नहीं पाए है कि अब अधिक ठंड और पाले की मार से कपास की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. इस साल किसानों को कपास की फसल को लेकर दो बार नुकसान झेलना पड़ा रहा है. सभी पीड़ित किसानों की शासन से मांग की है कि पाले से बर्बाद हुई फसलों का सर्वे कर मुआवजा दिया जाए.