छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव का आगाज होते ही सभी दल चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतर आए हैं. कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली छिंदवाड़ा सीट पर भी चुनाव का असर दिखने लगा है. कांग्रेस जहां लोकसभा चुनाव के लिए लगातार सभाएं कर रही है, तो वहीं बीजेपी भी प्रधानमंत्री मोदी के नाम के सहारे चुनाव जीतने की बात कर रही है.
छिंदवाड़ा में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस मैदान में, बीजेपी नदारद - Independent Dev Singh
लोकसभा चुनाव का आगाज होते ही सभी दल चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतर आए हैं. कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली छिंदवाड़ा सीट पर भी चुनाव का असर दिखने लगा है
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लगातार 40 सालों से छिंदवाड़ा से सांसद रहे मुख्यमंत्री कमलनाथ इस बार अपने बेटे को चुनाव लड़ाने जा रहे हैं, जिसके चलते अब उनका पूरा परिवार प्रचार में उतर गया है. खुद नकुलनाथ लगातार जिले में सभाएं कर रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ की पत्नी और पूर्व सांसद अलकानाथ भी महिला सम्मेलनों में जाकर अपने बेटे के लिए वोट मांग रही हैं. यही नहीं खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ भी 16 और 17 मार्च को छिंदवाड़ा में कई सभाएं करने वाले हैं.
कमलनाथ के गढ़ को ढहाने की बात करने वाली कांग्रेस की चिर विरोधी बीजेपी पार्टी अभी मैदान में नजर नहीं आ रही है. हालांकि, बीजेपी के मध्यप्रदेश के लोकसभा चुनाव प्रभारी स्वतंत्रदेव सिंह का कहना है कि वे लगातार मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं और उनकी योजनाओं को बता रहे हैं. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की योजनाएं और उनके बनाए हुए कार्यक्रमों को आम जन तक पहुंचाने में सफल होने की दलील दे रहे हैं. कमलनाथ का इस बार छिंदवाड़ा से चुनाव न लड़ना बीजेपी के लिए सुनहरा अवसर हो सकता है. देखना ये होगा कि बीजेपी इसको किस तरह भुनाती है.