छिंदवाड़ा। राजनीतिक मंच से पक्ष-विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप बहुत आम हैं, लेकिन छिंदवाड़ा में गुरुवार को हुए मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण के दौरान तब स्थिति बहुत अजीब बन गई, जब सीएम कमलनाथ बीजेपी नेताओं और पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर बुराई कर रहे थे और बीजेपी की महापौर इसे वहीं मंच पर बैठकर सुन रही थी.
मंच पर बीजेपी को जमकर कोसते रहे सीएम कमलनाथ, चुपचाप सुनती रहीं महापौर
छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण के दौरान तब स्थिति बहुत अजीब बन गई, जब सीएम कमलनाथ बीजेपी नेताओं और पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर बुराई कर रहे थे और बीजेपी की महापौर इसे वहीं मंच पर बैठकर सुन रही थी.
दरसअल छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण आमंत्रण कार्ड में महापौर का नाम तक प्रिंट नहीं कराया गया था. महापौर कांता योगेश सदारंग ने नगर निगम परिषद की बैठक में इसका मुद्दा भी उठाया था, हालांकि उसके बाद भी महापौर सीएम कमलनाथ के कार्यक्रम में गई थीं. वहीं जब मंच से सीएम कमलनाथ बीजेपी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोस रहे थे, उस दौरान महापौर बैठी रहीं.
मध्यप्रदेश में सरकार बनते ही छिंदवाड़ा महापौर के खिलाफ सरकार ने जांच कराकर पद से हटाने का नोटिस भी दिया था. इसके बाद महापौर ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हालांकि इस नोटिस को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था. गौरतलब है कि भाषण शुरू करने से पहले सीएम कमलनाथ ने मंच पर मौजूद सभी नेताओं और अधिकारियों के नाम तो लिए, लेकिन महापौर कांता योगेश सदारंग को नजरअंदाज कर दिया.