छिंदवाड़ा। किसी को गाने-बजाने शौक होता है, तो किसी को खाना बनाने का. बहुत कम लोग होते है जिनको पुरानी चीजें संजोकर रखने का शौक होता है , उन्हीं में से एक हैं छिंदवाड़ा जिले के रहने वाले वंसत चावक.
छिंदवाड़ा: पुराने सामान को संजोकर रखने का था शौक, देखते ही देखते घर बन गया म्यूजियम
छिंदवाड़ा जिले के वंसत चावक ने पुरानी चीजों को संजोकर एक म्यूजियम बनाया है , जिसमें विंटेज कार और उनके परदादा के द्वारा लिखी गई गीता आकर्षण का केंद्र है
वसंत हर पुरानी चींज को संजोकर रखते हैं और तो और उन अब तक पुरानी चीजों का एक म्यूजियम बना दिया है. वंसत चावक के परिवार का कहना है कि, जो भी सामान घर आ जाता है, उसे वे कभी पुराना या कबाड़ मान कर बाहर नहीं फेंकते हैं.
वंसत के बनाए गए म्यूजियम मे वो सारी चीजें देखने को मिल जाएंगी, जिनका जिक्र हमने सिर्फ किताबों में पढ़ा है. म्यूजियम मे पुराने टाइप राइटर, ग्रामोफोन, हारमोनियम जैसे कई चीजें चालू हालात में देखने को मिलती हैं .
वंसत चावक 86 साल के होते हुए भी टेक्नोलॉजी में काफी रूचि रखते हैं , वो अपने ज्यादातर काम कम्पयूटर और एंड्रायड मोबाइल से ही करते हैं.