छिंदवाडा़। सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर की जाने वाली गेहूं खरीदी के मामले में छिंदवाड़ा जिला इस बार फिसड्डी साबित नजर आ रहा है. समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री के लिए मात्र 4 दिन का समय बाकी है और अभी तक जिले में सिर्फ 20 फीसदी गेहूं की खरीदी हुई है.
गेहूं खरीदी में फिसड्डी साबित हुआ छिंदवाड़ा, 60 हजार किसानों में से 5 हजार किसानों ने ही बेचा अनाज
जिला आपूर्ति अधिकारी जीपी लोधी ने बताया कि समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 25 मार्च से शुरू होकर 24 मई तक होनी है,लेकिन अभी तक जिले में सिर्फ 20 फीसदी गेहूं की खरीदी हुई है.
जिला आपूर्ति अधिकारी जीपी लोधी ने बताया कि समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 25 मार्च से शुरू होकर 24 मई तक होनी है. जिले में कुल 115 गेहूं उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें 60 हजार 532 किसानों ने गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया था, लेकिन मात्र 4 हजार 825 किसानों ने ही अपना गेहूं समर्थन मूल्य पर बेचा है. कुल आंकड़ों की बात की जाए, तो 2 लाख 78 हजार क्विंटल गेहूं इस बार किसानों ने समर्थन मूल्य पर बेचा है.
जिला आपूर्ति अधिकारी की मानें तो पिछले साल की तुलना में इस बार महज 20 से 22 फीसदी किसानों ने ही समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचना उचित समझा है. जिला आपूर्ति अधिकारी का कहना है कि दरअसल इस बार समर्थन मूल्य की बजाय खुले बाजार में गेहूं के भाव ज्यादा हैं, इसलिए किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में रुचि नहीं ले रहे हैं.